Homenationalस्वामी सदानंद जी महाराज पहुंचे रांची, हुआ भव्य स्वागत

स्वामी सदानंद जी महाराज पहुंचे रांची, हुआ भव्य स्वागत

संस्था के उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि कल की कथा दोपहर 02 बजे से 05 बजे तक श्री कृष्ण जन्मोत्सव, नंदोत्सव श्री कृष्ण बाल लीला, श्री कृष्ण माखन लीला गोवर्धन लीला, महाराज उद्धव चरित्र रुक्मणी विवाह।

पृथ्वी पर जब जब पाप बढ़ता है। तब तब धर्म की रक्षा के लिए भगवान अवतार लेते हैं प्रात: 9 बजे गुरु महाराज हवाई मार्ग से विधा देवी अग्रवाल के निवास स्थान शिवगंज हरमु रोड स्थित सत्संग भवन रांची पहुंचे। जहां उनके शिष्यों के द्वारा भव्य स्वागत किया गया।
शनिवार को मंगलाचरण के साथ कथा प्रारंभ हुआ।कथा का समय अपराह्न 2:00 से 5:00 तक श्रीमद् भागवत कथा के यजमान अमिता विशाल, मनीषा मनीष, नम्रता मिलन जालान एवं जालान परिवार के सभी सदस्यों तथा संस्था के सदस्यों ने बड़े प्रेम से श्रीमद् भागवत का पूजन तथा स्वामी श्री सदानंद जी महाराज को माल्यार्पण चंदन वंदन कर उपस्थित सभी श्रद्धालु भक्तों के साथ श्रीमद् भागवत की आरती की।
श्रीमद् भागवत कथा का प्रथम दिन मंगलाचरण के साथ प्रारंभ हुआ कथा की अमृत वर्षा स्वामी श्री सदानंद जी महाराज के मुखारविंद से भक्तों ने किस श्रवन किया।
पुंदाग स्थित निर्माणाधीन श्री कृष्ण मंगल राधिका सदानंद दिव्यांग सेवाधाम में श्री कृष्ण प्रणामी सेवा समिति द्वारा आयोजित चतुर्थ दिवसीय श्री कृष्ण कथा के व्यासपीठ पर विराजमान स्वामी श्री सदानंद जी महाराज ने भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि श्री कृष्ण कथा मधुर रस युक्त है बालक युवा एवं वृष सभी को प्रिय लगती है भगवान श्री कृष्ण के यस का श्रवण और कीर्तन दोनों पवित्र करने वाला है वे अपने कथा सुनने वालों के हृदय में आकर विराजमान हो जाते हैं एवं उनके अशुभ वासनाओं को नष्ट कर देते हैं जब अशुभ वासना नष्ट हो जाती है तब पवित्र कृष्ण भगवान श्री कृष्ण के प्रति अस्थाई प्रेम की प्राप्ति होती है ह्रदय में आप स्वरूप भगवान का साक्षात्कार होते ही हृदय की ग्रंथि टूट जाती है और सारे संदेश स्वयं मिट जाते हैं और कर्म बंधन सुन हो जाता है।

मानव को सदा सकारात्मक सोच रखनी चाहिए अपने से बड़े पुरुषों के प्रति आदर सम्मान छोटों के प्रति दया बराबर वालों के प्रति के साथ मित्रता एवं समस्त जीवो के साथ क्षमता का बर्ताव करने से परमात्मा प्रसन्न होते हैं जिन पुरुषों के कर्म से तैनात ना तो धर्म का संपादन होता है ना वैराग्य उत्पन्न होता है नई भगवान की सेवा संपादन होती है वह पुरुष जीते जी मुर्दे के समान है। महाराज जी के साथ साथ चलने वाले श्री रवि कांत जी शास्त्री ने श्रीमद्भागवत गीता ज्ञान की चर्चा की तथा भजन लेखक एवं गायक पवन जी तिवारी के सुंदर भजन सरवन कराकर आनंद विभोर कर दिया और श्री विनय जी ने ढोलक ताल पर भक्तजन तीर्थंकर नाचते हुए आनंद का अनुभव किए। पूरे कथा स्थल में भगवान श्री राम जन्मोत्सव के बाद आज की कथा को विश्राम दिया गया। इस पूरे आयोजन को सफल बनाने में अध्यक्ष डूंगरमल अग्रवाल उपाध्याय राजेंद्र प्रसाद अग्रवाल निर्मल जालान सचिव मनोज चौधरी प्रमोद सारस्वत. शिव भगवान अग्रवाल, बिजय अग्रवाल, दिलीप अग्रवाल, अरुण केडिया ,प्रभात गोयल, नवल अग्रवाल, पूरणमल,सुबास पोद्दार,पुर्णमल सर्राफ अमित पोद्दार, सुरेश अग्रवाल विष्णु सोनी, नन्द किशोर चौधरी, ओम प्रकाश सरावगी सुरेश चौधरी एवं महिला मंडल की श्रीमती विद्या देवी अग्रवाल संतोष देवी अग्रवाल सुनीता अग्रवाल, सरिता अग्रवाल, पुनम अग्रवाल,सरिता अग्रवाल उर्मिला पडिया,आशा मिश्रा, आशा सिंह,शकुन्तला केजरीवाल,सुधा सुल्तानिया, सहित काफी संख्या में सुंदर शायद भाई-बहन सेवा कार्य में लगे हुए हैं।

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