गुप्त सूचना के आधार पर गिरिडीह ज़िले के मुफ्फसिल थाना पुलिस ने एक साइबर अपराधी को गिरफ़्तार किया है। गिरफ्तार अपराधी का नाम शंकर मंडल है। उसके पास से पुलिस ने दो मोबाइल भी बरामद किया है।
उक्त मामले में एसडीपीओ अनिल सिंह और थाना प्रभारी कमलेश पासवान ने प्रेसवार्ता कर मीडिया को बताया की गिरफ्तार शंकर मंडल एक शातिर अपराधी है। पुलिस को सूचना मिली थी कि मुफ्फसिल थाना इलाके के मां तारा होटल में कुछ अपराधी रुके हुए हैं और साइबर अपराध की योजना बना रहे हैं। इसी सूचना के आधार पर मुफ्फसिल थाना प्रभारी कमलेश पासवान ने माँ तारा होटल में छापेमारी किया, और मौक़े से अपराधी शंकर मंडल को धर दबोचा। लेकिन अंधेरे का फायदा उठाकर कर उसके साथी फरार होने में सफल रहे। एसडीपीओ और थाना प्रभारी ने बताया की गिरफ्तार अपराधी शंकर मंडल सीधे साधे लोगों को मोबाइल पर पेनकार्ड ब्लॉक्ड होने का संदेश देता था। उसके बाद अपने लुभावने बातों में उन्हें फँसा कर फोन पे या पेटीएम का ऑनलाइन लिंक भेज कर खातेदारों के खाते से सारा पैसे उड़ा लिया करता था। शंकर मंडल ने अपने साथियों के साथ मिलकर कई लोगों को अपना शिकार बनाया है। कई ऐसे लोग भी इसके जालसाज़ी के शिकार हुए हैं जो अपनी मेहनत की कमाई को अपनी बेटी की शादी के लिए रखे थे या फिर अपने इलाज के लिए बैंक में पैसे को रखे हुए थे। इसी तरह से कई और जरूरतमंदों के खाते को इसने खाली कर दिया था।
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने जब इसके दोनों मोबाइल को खंगाला, तो दोनों मोबाइल में यूपीआई, YONO, रिलायंस डिजिटल के वाउचर के अवैध ट्रांजेक्शन मिले। जबकि दोनों मोबाइल में डॉक्यूमेंट शीट के कई फाइल में पांच लाख से अधिक मोबाइल नंबर और डाटा मिले हैं। एक साइबर अपराधी के दो मोबाइल में अपराध से जुड़े इतने फाइल देख कर पुलिस भी हैरान हो गई है। पुलिस ने उसके दोनों मोबाइल को ज़ब्त कर लिया है और उसे जाँच के लिये भेज दिया है।
अपराधी शंकर मंडल का बेंगाबाद के महदैया गांव में बेहद आलीशान घर है, जिसकी क़ीमत क़रीब 50 लाख होगी। अपराधी के द्वारा अर्जित की गई संपत्ति को लेकर पुलिस जाँच कर रही की कहीं यह संपत्ति साइबर अपराध से वसूले गये पैसों से तो नहीं बनाई गई है।
गिरिडीह एसपी दीपक कुमार शर्मा साइबर अपराधियों को लेकर काफ़ी सख़्त हैं और साइबर अपराध से जुड़े अपराधियों की कुंडली खंगाल कर उन्हें कोर्ट से सख्त सजा दिलाने के लिए प्रयासरत हैं। ग़ौरतलब है कि जिले में साइबर अपराधियों के चंगुल में फँसकर लोग अपनी मेहनत की कमाई गँवा दे रहे हैं। सबसे ख़ास बात तो यह है कि इनके शिकार वैसे लोग आई हो रहे हैं जो शादी और इलाज के लिए पैसे जमा कर रखे हैं।