चाईबासा:
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि कल्याण विभाग द्वारा संचालित आवासीय विद्यालय के पुनर्निमाण कार्य में किसी तरह की खामी न रहे। बच्चे -बच्चियां राज्य का भविष्य है। इन्हें गुणवत्ता युक्त शिक्षा के साथ सरकार की योजनाओं और सुविधाएं मिले, यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए । इसमें किसी तरह की कोताही और लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने आज चाईबासा में अनुसूचित जनजाति आवासीय बालिका उच्च विद्यालय के चल रहे पुनर्निर्माण कार्य का निरीक्षण करने के क्रम में यह बातें कहीं। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने स्कूल की बच्चियों के साथ मुलाकात कर उनके पढ़ाई- लिखाई से संबंधित जानकारी ली । वे विद्यालय के संध्या वंदना में भी शामिल हुए ।
बच्चियों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा के साथ सरकार की योजनाओं और सुविधाएं देना सुनिश्चित करें-मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने अनुसूचित जनजाति आवासीय बालिका उच्च विद्यालय के निरीक्षण के क्रम में यहां उपलब्ध सुविधाओं को भी देखा । उन्होंने इस क्रम में शौचालय, कैंटीन, बिजली, सभाकक्ष, क्लासरूम आदि का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने आवासीय विद्यालय के निर्माण कार्य में शौचालय की व्यवस्था को बेहतर करने का निर्देश दिया। वहीं, बिजली बिजली आपूर्ति के वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में सौर ऊर्जा के इस्तेमाल करने का भी निर्देश दिया।
मुफ़स्सिल थाना एवं महिला थाना का निरीक्षण के दौरान साफ सफाई का निर्देश दिया
मुख्यमंत्री ने चाईबासा के मुफ़स्सिल थाना एवं महिला थाना का भी निरीक्षण किया। थाने की साफ-सफाई को देख कर उन्होंने नाराजगी जताई। उन्होंने थाना परिसर की स्वच्छता को लेकर आवश्यक निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने हाजत का निरीक्षण के क्रम में कहा कि यहां जो भी कैदी रखे जाएं उन्हें मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि थाना में जब्त किए गए गाड़ियों का उचित प्रबंधन करें।
इस अवसर पर मंत्री सत्यानंद भोक्ता, मंत्री श्रीमती जोबा मांझी, चक्रधरपुर विधायक सुखराम उरांव, चाईबासा विधायक दीपक बिरुआ, मझगांव विधायक निरल पूर्ति, जगन्नाथपुर विधायक सोनाराम सिंकू, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, आयुक्त कोल्हान मनोज कुमार, पुलिस उपमहानिरीक्षक, उपायुक्त, पश्चिम सिंहभूम अनन्य मित्तल, पुलिस अधीक्षक पश्चिम सिंहभूम आशुतोष शेखर एवं पश्चिमी सिंहभूम जिला के कई पदाधिकारी उपस्थित रहे।