रांची:
स्वतंत्रता दिवस 75वें सालगिरह के मौक़े पर राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान में आयोजित मुख्य समारोह में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ध्वजारोहण किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि राज्य में विकास को गति देने के लिए कई नीतियां बनायी जा रही हैं। ‘विकास मूलमंत्र, आधार लोकतंत्र’ के दृष्टिकोण को आत्मसात कर सरकार काम कर रही है, जिससे अंतिम व्यक्ति तक विकास का लाभ पहुंच सके। विभिन्न नियुक्ति और परीक्षा संचालन नियमावलियों के गठन और संशोधन की कार्रवाई प्राथमिकता के साथ की गई है। इससे राज्य के युवाओं का सरकारी नियुक्ति का मार्ग प्रशस्त होगा और उनके हितों की रक्षा होगी।
स्थानीय की नौकरी में रीति-रिवाज, भाषा और परिवेश को प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने संबोधन में कहा कि अब राज्य में वर्ग-3 के पदों पर नियुक्ति की परीक्षा में केवल वही अभ्यर्थी शामिल हो सकेंगे जिन्होंने 10वीं और 12वीं की परीक्षा झारखंड के शैक्षणिक संस्थान से पास की है। अभ्यर्थियों को स्थानीय रीति-रिवाज, भाषा और परिवेश की जानकारी होना भी अनिवार्य है। इससे सरकारी नौकरियों में झारखंड के युवक-युवतियों की नियुक्ति का मार्ग प्रशस्त होगा।
प्रदेश को विकास की पटरी पर लाने की कोशिस
हेमंत सोरेन ने कहा कि कोरोना महामारी की चुनौतियों के बीच ‘जीवन भी और जीविका भी’ के मूल मंत्र के साथ राज्य को विकास की पटरी पर लौटाने का प्रयास किया जा रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों की ओर से कोविड की संभावित तीसरी लहर के बारे में बार-बार आगाह किया जा रहा है। इस महामारी की वर्तमान परिस्थिति का मूल्यांकन कर राज्य सरकार की ओर से कुछ पाबंदियों में छूट जरूर दी गई हैं, जिससे राज्य में जीवन के साथ जीविका भी सुरक्षित रहे। हालांकि, अब भी यह ध्यान रखना है कि कोरोना महामारी का खतरा अभी टला नहीं है, सभी कोविड गाइडलाइंस का पालन जरूर करें।
सरकार ‘विकास मूलमंत्र, आधार लोकतंत्र’ के दृष्टिकोण पर काम कर रही है
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के लोग सहज और सरल हैं, हम सभी को यह भरोसा दिलाना चाहते हैं कि उनके लिए राज्य सरकार पूरी निष्ठा से काम कर रही है। विकास मूलमंत्र, आधार लोकतंत्र के दृष्टिकोण को आत्मसात कर सरकार काम कर रही है, ताकि अंतिम व्यक्ति तक विकास का लाभ पहुंच सके। निवेश को बढ़ावा देने के लिए झारखंड औद्योगिक और निवेश प्रोत्साहन नीति 2021 लागू की गई। यह नीति गरीबों के लिए अधिक से अधिक रोजगार सृजन में मील का पत्थर साबित होगी। उन्होंने कहा कि खेल के क्षेत्र में देश दुनिया में झारखंड की अलग पहचान रही है। नई खेल नीति बनाई गई है। खिलाड़ियों को हर सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है, 39 खिलाड़ियों की सीधी नियुक्ति हो चुकी है।