जिसमें भक्ति पूर्ण रूप से आती है वह इस धरा पर दो हाथों वाला ईश्वर बन जाता है। श्रीमद् भागवत कथा के दूसरा दिन उक्त उद्गार व्यक्त किए।
श्री कृष्ण प्रणमी मंगल राधिका सदानंद दिव्यांग सेवाधाम आश्रम मे 151 निर्धन जोड़ों का आदर्श सामुहिक विवाह सम्पन्न कराया गया। सेवा के सभी कार्य मे हमारा सहयोग विश्व हिन्दु सेवा विभाग से किये जाते है। अशोक कुमार अग्रवाल प्रांत सह सेवा प्रमुख विश्व हिन्दु परिषद झारखंड के सहयोग से किये जा रहे है।श्री कृष्ण प्रणामी मंगल राधिका सदानंद दिव्यांग सेवाधाम आश्रम मे सत्य प्रेम सभागार का उद्धाटन सदानंद जी महाराज के सानिध्य में पंकज जी पोद्दार एवं उनकी माता जी के कर कमलो द्वारा किया गया।
श्रीमद्भागवत कृष्ण कथा में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
श्रीमद् भागवत कथा के यजमान अमिता विशाल जालान एवं परिवार के सभी सदस्यों तथा संस्था के सदस्यों ने बड़े प्रेम से श्रीमद्भागवत का पूजन तथा स्वामी श्री सदानंद जी महाराज को माल्यार्पण चंदन वंदन कर उपस्थित सभी श्रद्धालु भक्तों के साथ श्रीमद् भागवत की आरती की कथा की अमृत वर्षा श्री सदानंद जी महाराज के मुखारविंद से भक्तों ने श्रवण किया। कथा के प्रथम प्रसंग में श्री कृष्ण जन्मोत्सव का भव्य कार्यक्रम का आयोजन हुआ। शिव लीला,गोवर्धन पर्वत लीला महारास का कार्यक्रम हुआ।
पुंदाग स्थित श्री कृष्ण प्रणामी सेवा समिति द्वारा आयोजित चतुर्थ दिवस श्री कृष्ण कथा के व्यासपीठ पर विराजमान स्वामी श्री स्वामी महाराज ने भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि जो लोग विषय चिंतन में लगे रहते हैं उनकी इंद्रिय विषयों में फंस जाती है उनको उन्हीं की ओर खींच लेती है जैसे जलाशय के तीर पर उगे पेड़ आदि खेल खेलते हैं। उसी प्रकार इंद्रियां शक्ति मन बुद्धि विचार शक्ति को हर लेती है अतः सकारात्मक सोच के साथ चिंतन करें। महापुरुषों के संग प्राप्त ज्ञान रुप खड़क के द्वारा इस लोक में ही अपने मोह बंधन कार्ड डालना चाहिए। फिर भी श्री हरि की लीलाओं कथन और श्रवण से भगवती स्मृति बने रहने के कारण सुगमता से भगवत प्राप्ति कर सकते हैं।
महाराज जी ने भगवान श्री कृष्ण के प्रति गोपियों के हृदय में प्रेम का वर्णन करते हुए कहा कि उधर जैसे ज्ञानी को भी कहना पड़ा है गोपियों तो धन्य हो तुम्हारा जीवन सफल है तुम सारे संसार के लिए पूजनीय हो क्योंकि तुम लोगों के इस प्रकार भगवान श्री कृष्ण को अपना हृदय अपना सर्वस्व समर्पित कर दिया है नंद बाबा के ब्रज में रहने वाले गोपाल मनाओ की चरण धूलि को मैं बार-बार प्रणाम करता हूं।
भगवान श्री कृष्ण की बाल लीला सुनाते हुए कहा कि श्रीकृष्ण को जिस भाव से याद किया है वे उसी भाव में आकर गोप गोपियों को आनंद प्रदान किया भगवान तो अंतर्यामी है वह भक्तवत्सल यहां भक्तों की भावना समझते हैं वह भक्तों के बस में अनेक लीला करते हुए भक्तों का आनंदित किया दोस्तों को संसार करके धन की स्थापना की गिराज पर्वत उठाकर ब्रिज बुलाओ की इच्छा पूरी की कंस का उद्धार करके मथुरा से द्वारका वास किया।
महाराज जी के साथ साथ चलने वाले श्री रवि कांत शास्त्री जी ने श्रीमद्भागवत गीता ज्ञान की चर्चा की तथा भजन लेखक एवं गायक पवन जी तिवारी ने सुंदर भजन श्रवण कराकर आनंद विभोर कर दिया और श्री विनय जी ने ढोलक ताल पर भक्तजनो को नाचते हुए आनंद का अनुभव कराया पूरे कथा स्थल में भगवान राधा कृष्ण के चित्र सजाया गया था। भगवान श्री कृष्ण के जन्म के समय समस्त श्री कृष्ण प्रणामी मंगल राधिका सदानंद दिव्यांग सेवाधाम आश्रम श्री कृष्ण के जयकारों से गूंज उठा भगवान के जन्म के उपलक्ष में पहले से सजाया गया था जो बहुत ही सुंदर लग रहा था संत श्री सदानंद जी महाराज ने प्रवचन में भजनों के माध्यम से श्रीमद् भागवत कथा की महिमा बताएं भगवान श्री कृष्ण जन्मोत्सव के बाद आज और भी बहुत से प्रसंग की कथा हुई महारास के साथ आज की कथा को विश्राम दिया गया। इस पूरे आयोजन को सफल बनाने में अध्याय डूंगरमल कुमार उपाध्याय राजेंद्र प्रसाद अग्रवाल निर्मल चालान सचिव मनोज चौधरी शिवम अग्रवाल प्रभाष गोयल पूरणमल सर्राफ प्रमोद सारस्वत मनीष जालान, विशाल जालान,नरेश अग्रवाल सुरेश अग्रवाल विष्णु सोनी ओम प्रकाश सरावगी,नन्दु चौधरी, सुरेश चौधरी एवं महिला मंडल की श्रीमती विद्या देवी अग्रवाल,सरीता अग्रवाल, सुनीता अग्रवाल,मनीषा जालान,अमिता जालान सहित काफी संख्या में भाई बहन सेवा कार्य में लगे हुए हैं। यह सभी जानकारी संस्था के राजेंद्र प्रसाद अग्रवाल ने दी।