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कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत और प्रदीप बलमुचु की कांग्रेस में हुई वापसी

2019 के विधानसभा चुनाव में सुखदेव भगत भाजपा के टिकट पर और प्रदीप बलमूचू आजसू के टिकट पर लड़े थे चुनाव।

झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के तत्वावधान में आज दिनांक 31 जनवरी 2022 को कांग्रेस भवन, रॉंची में अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के महासचिव व झारखण्ड प्रभारी अविनाश पाडंे ने सह-झारखण्ड प्रभारी उमंग सिंघार, प्रदेश कांग्रेस कमटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर, कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, मंत्री डॉ0 रामेश्वर उरॉंव, मंत्री बादल पत्रलेख, पूर्वोतर तीन राज्य के प्रभारी डॉ0 अजय कुमार, पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, पूर्व सांसद चन्द्रशेखर दूबे, फुरकान अंसारी की उपस्थिति में पूर्व सांसद डॉ0 प्रदीप कुमार बलमुचू एवं पूर्व विधायक सुखेदव भगत को पार्टी का पट्टा पहनाकर एवं पुष्प गुच्छ देकर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करायी।

झारखंड प्रभारी अविनाश पांडे ने कांग्रेस भवन में पार्टी में कराया शामिल
इस अवसर पर प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा कि दोनों नेताओं के आने से पार्टी मजबूत होगी, दोनों नेता काफी अनुभवी हैं। इनके अनुभव का लाभ संगठन को मजबूती प्रदान करने एवं कांग्रेस की विचारधारा को आम जन तक पहुंचाने में मदद् मिलेगी। इन दोनों नेताओं की विचारधारा कांग्रेस की हीं थी, किसी कारण ये कांग्रेस परिवार से अलग हो गये थे, लेकिन आज दोनों के वापस घर आने से हमसभी को हर्ष है।
प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि दोनों नेताओं का पार्टी में स्वागत है। शीर्ष नेतृत्व ने जो भरोसा इन दोनों नेताओं के प्रति दिखाया है, मुझे यकीन है कि दोनों नेता शीर्ष नेतृत्व के उम्मीदों पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करेंगे। साथ हीं साथ कांग्रेस पार्टी के जनाधार को और अधिक सशक्त एवं मजबूती प्रदान की दिशा में कार्य करेंगे।
सह-झारखण्ड प्रभारी उमंग सिंघार ने दोनों नेताओं का स्वागत करते हुए कहा कि निःसन्देह दोनों नेताओं के अनुभव हमें संगठन को मजबूत करने में कारगर साबित होगी।
इस अवसर पर डॉ0 प्रदीप कुमार बलमुचू ने कहा कि जब मैंने पार्टी छोड़ा तो पार्टी में नहीं रहने का एहसास हुआ। ऐसा महसूस हो रहा था कि मैं बिल्कुल अकेला हो गया हूॅं। मैं अपने लोगों से बहुत दूर हो चुका हूॅं। उन्होंने कहा कि मैं पार्टी में कार्यकर्ता के रूप में रहकर संगठन को मजबूती प्रदान करने का कार्य करूंगा। मैं यकीन दिलाता हूॅं कि अब दोबारा इस तरह की गलती नहीं होगी। अब जो भी होगा कि इस पार्टी में रहकर होगा और जाना है तो इसी पार्टी के ध्वज से लिपटकर अन्तिम यात्रा तय करना है। उन्होंने कहा कि आज मुझे बहुत खुशी है कि मैं पुनः अपने घर एवं परिवार में वापस लौटा हूॅं।
इस अवसर पर सुखदेव भगत ने कहा कि पीढ़ी-दर-पीढ़ी मेरे डी.एन.ए. में कांग्रेस का खून शामिल है। मुझे आज हर्ष है कि मैं अपने परिवार में वापस लौटा हूॅं। कांग्रेस पार्टी की विचारधारा गांधी की विचारधारा है। दूसरी ओर गोडसे विचारधारा है। गोडसे की विचारधारा को समाप्त करने के लिए पार्टी जो भी मेरी भूमिका तय करेगी, उसका बखूबी निर्वहन करूंगा। पार्टी छोड़ने के बाद ऐसा महसूस हुआ कि हमसे बहुत बड़ी भूल हुई है। मैं उस भूल को कभी दोहरा नहीं सकता। अब जो भी होगा मेरा, इसी पार्टी में होगा। उन्होंने आगे कहा कि जिस तरह मेरे बड़े भाई बलमुचू जी ने कहा कि अंतिम यात्रा इसी पार्टी के ध्वज से लिपटकर होगा, मैं भी उनके शब्दों की पुनरावृति करता हूॅं कि मेरा भी अंतिम यात्रा इसी पार्टी के ध्वज के साथ होगा। आज से कांग्रेस पार्टी में शून्य से शुरूआत करना है। पार्टी मुझे जो भी जिम्मेवारी देगी, उसका निर्वहन करूंगा।
इस अवसर पर दोनों नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गॉंधी, राहुल गॉंधी, महासचिव के. सी. वेणुगोपाल, झारखण्ड प्रभारी अविनाश पांडे, सह-प्रभारी उमंग सिंघार, प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, विधायक दल के नेता आलमगीर आलम का दिल से धन्यवाद अदा किया कि इन्हीं लोगों की वजह से दोबारा पार्टी में आने का मौका मिला। साथ हीं कांग्रेस के सभी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं का भी दिल से शुक्रिया अदा किया।
इस अवसर पर बधाई देने वालों में कार्यकारी अध्यक्ष गीता कोड़ा, बंधु तिर्की, जलेश्वर महतो, शहजादा अनवर, कार्यालय प्रभारी अमूल्य नीरज खलखो, प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद, राकेश सिन्हा, डॉ0 राकेश किरण महतो, डॉ0 एम0 तौसीफ, आभा सिन्हा, सतीश पॉल मुंजनी, ईश्वर आनन्द, पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, मानस सिन्हा, संजय लाल पासवान, मोर्चा प्रभारी रवीन्द्र सिंह, मदन मोहन शर्मा, शमशेर आलम, रमा खलखो, अशोक चौधरी, सुल्तान अहमद, भीम कुमार, शकील अख्तर अंसारी, नेली नाथन, गुंजन सिंह, अभिलाष साहू, महानगर अध्यक्ष संजय पाण्डेंय, रॉंची ग्रामीण अध्यक्ष सुरेश बैठा, बिनय सिन्हा दीपू, सुनील सिंह, छोटू सिंह, अमरेन्द्र सिंह, निरंजन पासवान, जगदीश साहू, सलीम खान, प्रभात कुमार, डॉ0 पी0 नैयर, डॉ0 आर0 सी0 मेहता, मंजर मुजीबी, अरूण श्रीवास्तव, रामानन्द केशरी, भूषण कुमार सहित सैंकड़ों की तादाद में कार्यकर्ता मौजूद थे।

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