वर्तमान पुलिसिया कार्रवाई से बौखलाए नक्सली इन दिनों ग्रामीणों को अपना निशाना बना रहे हैं। झारखंड पुलिस ने नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है। यही वजह है कि नक्सली अब मासूम ग्रामीणों को अपना शिकार बना रहे हैं। नक्सलियों को शक है कि ग्रामीण मुखबिरी करते हैं और पुलिस को उनकी सूचना देते हैं। नक्सलियों ने पिछले 10 दिनों में मुखबिरी के शक में 5 लोगों को मौत के घाट उतर दिया है।
कब और कहाँ हुई हत्या :
झारखंड के चाईबासा जिले में भाकपा माओवादी ने मासूम ग्रामीणों को पुलिस की मुखबिरी के संदेह में अपना निशाना बनाना शुरू कर दिया है।
- विगत सोमवार (28 अगस्त) की रात नक्सलियों के हथियारबंद दस्ते ने जिले के गोईलकेरा थाना क्षेत्र अंतर्गत कटम्बा गांव से एक ग्रामीण का अपहरण कर लिया था। खबर है कि मंगलवार को उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। हालांकि, अब तक अपहृत व्यक्ति का शव बरामद नहीं हुआ है।
- बीते 22 अगस्त को भी गोइलकेरा थाना अंतर्गत बिला गांव के बुरुसाई टोला जाने वाले रास्ते पर एक 30 साल के युवक की पत्थर से कूचकर हत्या कर दी गई थी। पिछले 10 दिनों में नक्सलियों ने चाईबासा जिले में 5 ग्रामीणों को पुलिस की मुखबिरी के आरोप में मौत की सजा दी है। अगली सुबह जब ग्रामीणों ने मृतक के शव को देखा तो पुलिस को इसकी सूचना दी। मृतक के शरीर पर डंडे के चोट के निशान साफ थे।
- इसके एक दिन पहले (बीते हफ्ते मंगलवार को) 21 अगस्त को नक्सली कमांडर मिसिर बेसरा के दस्ते ने टोंटो थाना क्षेत्र के रेंगड़ाहातु गांव निवासी सुपाई मुंडा की गला रेतकर हत्या कर दी थी।
- 19 अगस्त को भी इसी थाना क्षेत्र के गितिलपी में रांदो सुरीन नाम के व्यक्ति की हत्या गला रेतकर कर दी गई थी। सुरीन की हत्या करने के बाद उसके शव को नक्सलियों ने सड़क पर फेंक दिया था। शव के पास उन्होंने पर्चे भी फेंके थे, जिसमें कहा गया था कि उसे पुलिस की मुखबिरी करने की वजह से सजा-ए-मौत दी गई है।
- चाईबासा के गोइलकेरा थाना क्षेत्र अंतर्गत राजाबासा-लावाबेड़ा गांव में भी ऐसी ही वारदात को अंजाम दी गई थी। जहां अर्जुन सुरीन नाम के व्यक्ति की हत्या कर शव को पेड़ से लटका दिया गया था।
इसी महीने नक्सलियों के हमले और बारूदी सुरंग विस्फोट में पुलिस और सुरक्षाबलों के अब तक तीन जवान शहीद हो चुके हैं। नक्सलियों के द्वारा किए जानेवाले इस तरह की घटनाओं से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है। नक्सलियों के भय से गोईलकेरा और टोटो थाना क्षेत्र के गांवों से दर्जनों लोग अपना घर छोड़कर कहीं चले गये हैं।