Thursday, November 21, 2024
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“आदिवासी सेना” प्राथमिकता के आधार पर जल,जंगल जमीन की समस्या का लडाई लडेगा- अजय कच्छप

आदिवासी सेना नामकुम प्रखण्ड कमिटी के अध्यक्ष 'कृष्णा बुकुडवार' चुने गये।

राँची(नामकुम)पिंडारकोम कुटियातु स्थित “आदान वाटिका(Adan Vatika)”में आदिवासी सेना का बैठक हुई।
मुख्य रुप से उपस्थित आदिवासी सेना(केंद्रीय अध्यक्ष) माननीय श्री अजय कच्छप ने अपने संबोधन में कहा कि बहुत दु:ख होता है कि हमारे झारखण्ड राज्य में सीएनटी/एसपीटी एक्ट जैसे मजबूत कानून होने के वाबजूद हमारे जल,जंगल,जमीन को भू-माफियाओं एवं भ्रष्ट अधिकारियों के मिली-भगत से अवैध तरीका से अतिक्रमण कर लुटने का प्रयास किया जा रहा है। जिससे देखते हुए “आदिवासी सेना” प्राथमिकता के आधार पर जल,जंगल,जमीन की समस्या की लडाई लडेगा।
यदि ज्यादा जरूरत पडा तो आदिवासी सेना सभी अंचलों में जमीन की समस्या से संबंधित कैम्प(जनता दरबार)भी लगाएगा।
*जिस क्षेत्र की जमीन संबंधित समस्या होगा वहाँ के स्थानीय संगठन से मिलकर समस्या का समाधान करेंगें।
*आदिवासी सेना संगठन का विस्तार झारखंड राज्य के दक्षिणी छोटानागपुर के सभी जिला से किया जायेगा।
*आदिवासी सेना का केंद्रीय कार्यालय एक महीना(30दिनों) के अंदर खोला जायेगा।
* 8अप्रैल राँची बंद-सरना झंडा को उखाडने एवं जलाने को लेकर असामाजिक तत्व भू-माफिया एवं धर्म विरोधी के अविलंब गिरफ्तारी की आदिवासी सेना माँग करती है।एवं महाविरोध का आदिवासी समर्थन करते हुए आदिवासी सेना राँची जिला कमिटी व राँची महानगर अध्यक्ष अजीत लकडा के नेतृत्व में आदिवासी सेना के द्वारा राजधानी में जगह-जगह राँची बन्द कराया गया।
आदिवासी सेना(केन्द्रीय सचिव)श्री मंशा बडाईक ने कहा कि झारखंड की राजधानी राँची के सभी 18 प्रखण्डो में आदिवासी सेना प्रखण्ड़ कमिटी का विस्तार करने की शुरूआत कर दिया गया है।आज दिनांक 08/04/2023 को आदिवासी सेना प्रखण्ड कमिटी नामकुम का चुनाव किया गया जिसमें सर्वसम्मति से प्रखण्ड अध्यक्ष-किशुन बुकुडवार,उपाध्यक्ष-श्री निर्मल एक्का,सचिव-श्री शिव एक्का,कार्यालय सचिव-श्री बिनोद बडाईक चुने गये।

पूर्व झाविमो नेता सह वरीष्ठ सामाजसेवी-श्री बंधना उराँव उर्फ कोका दा ने कहा कि आज झारखंड राज्य में धडल्ले से साजिश के तहत पूर्वजो का संरक्षित कर रखा गया जल,जंगल जमीन को भी लुटने का प्रयास किया जा रहा है जिससे पूरा आदिवासी समाज आक्रोश है।हमलोग वीर शहीद धरती आबा भगवान बिरसा मुण्डा,तिल्का-मांझी,चाँद-भैरव,नीलाम्बर-पिताम्बर व अन्य वीर शहीदों के वंशज हैं जिन्होंने जल,जंगल,जमीन की रक्षा के लिए अपने जान की निच्छावर कर दिये जिसका खून हम सभी लोगों के शरीर के रग-रग में दौड रहा है। हम सभी को मिलकर आदिवासी सेना संगठन को मजबूती प्रदान करने की जरूरत है।आदिवासी सेना ही झारखंड के जल,जंगल,जमीन बचाने का उम्मीद नजर आ रहा है।
राँची जिला सचिव सह हाहाप(मुखिया):-श्री नानहे कच्छप ने कहा कि”आदिवासी सेना” संगठन को पूरे झारखंड़ में एक उम्मीद के तौर पर देख रहा है।आदिवासी सेना केंद्रीय अध्यक्ष श्री अजय कच्छप ने स्पष्ट कह दिया कि सभी की जमीन से संबंधित समस्या का समाधान के लिए सभी हक एवं अधिकार की लडाई आदिवासी सेना लडेगा।जिसके लिए हम सभी को आगे आकर मजबूती प्रदान करना होगा तभी पूरे झारखण्ड़ की जल,जंगल,जमीन को बचा पायेंगें l

कार्यक्रम में आदिवासी सेना के केंद्रीय संगठन सचिव-श्री राजेश लिण्डा, केन्द्रीय संगठन सचिव-(Ex-Army)श्री विश्वा तिर्की,राँची जिला संगठन सचिव-सुमन लोहरा,ग्राम प्रधान(सपारोम)-अजय सिंह मुण्डा,महानगर संगठन सचिव-चामु बेक,लिण्डा(अनगडा),रोशन तिर्की(नगडी),मंगल सिंह टोप्पो(नामकुम),हरि केरकेटा(खिजरी),सुंदर सिंह बडाईक,पतरस टोप्पो,सनिका पाहान,गणेश लोहरा,श्रीमती जीतन देवी,उतम तिग्गा,बिरेन्द्र उराँव,पवन मुण्डा,प्रदीप कुम्हार,संदीप लकडा,सुकरा मुण्डा,बिरसा टोप्पो,आनन्द तिर्की,रवि एक्का,अमन लकडा,प्रवीन तिर्की,अनील लकडा व अन्य शामिल हुए।

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