रांची:
शहर के सबसे अत्याधुनिक कहे जानेवाले मेडिका हॉस्पिटल में पेट दर्द होने पर भर्ती हुई एक मरीज का इलाज 31 हजार रुपए में हुआ। राखी के दिन बरियातू थाना क्षेत्र में रहने वाली एक युवती मेडिका के इमरजेंसी में भर्ती हुई। रात में उसे दवा और इंजेक्शन दिया गया। रात में ही अल्ट्रासाउंड हुआ, लेकिन इतने गलत तरीके से कि कुछ पता ही नहीं चल पाया। रिपोर्ट देखकर डॉक्टर भी हैरान रहे।
सूत्रों से मिली ख़बर के अनुसार अगली सुबह मरीज को डिस्चार्ज नहीं होने दिया जा रहा था। एक पुलिस अधिकारी के दखल के बाद मरीज को डिस्चार्ज किया गया। जब बिल आया तो वो 31 हजार रुपए का था। 15-16 घंटो के दवाओं के 5,263 रुपये लिए गए। 7,631 रुपये सर्जिकल डिस्पोजेबल्स के नाम पर लिए गए।
N 95 मास्क, टॉवल आदि कुछ भी मरीज को नहीं मिला, लेकिन पैसे पूरे लिए गए। खून और हृदय से जुड़े हुए सात से 8 हजार के ऐसे टेस्ट बिना पूछे कर दिये गए, जिसकी पेट दर्द में कोई जरूरत नहीं थी।
10 बजे सुबह डिस्चार्ज करने कहा गया लेकिन अगले दिन का भी आधा रूम रेंट का पैसा बिल में जोड़ दिया गया।
लुटेरे हॉस्पिटल के इस कृत्य पर पीड़िता ने सीएम हेमंत सोरेन से ट्वीट कर संज्ञान लेने की अपील की है।