सिमरिया :
प्रखंड क्षेत्र के सबानो पंचायत स्थित सबानों गांव में वार्ड सदस्य मनोज राम के द्वारा दीदी बाड़ी योजना अंतर्गत पुत्री को पत्नी बना किया सरकारी रुपये की निकाशी। सदस्य ने अपने ही घर में अपने बीबी केशिया देवी और पुत्री पूजा कुमारी के नाम से दीदी बाड़ी योजना का लाभ लिया है। जिसमे वार्ड सदस्य ने पत्नी और बेटी दोनों के योजना में पति का नाम लिख रखा है। बता दें कि यह योजना सखी मंडल समूह की महिलाओं के लिए जे एसएलपीएस योजना के तहत दिया जाता हैं।जो गांव में समूह से जुड़ी महिलाएं होती है।
वार्ड सदस्य ने बनाया था अपनी नाबालिग पुत्री का जॉब कार्ड
सूत्रों के अनुसार लाभुक पुत्री किसी समूह से जुड़ी हुई नहीं बताई जा रही है। वहीं वार्ड सदस्य ने अपने पुत्री के नाम चार वर्ष पूर्व ही जॉब कार्ड बना रखा था । जबकि पुत्री नाबालिग थी। जॉब कार्ड बनने के बाद बच्ची का कई योजना में डिमांड चालू कर दिया गया है। चंद रुपये की लालच में वार्ड सदस्य मनोज राम ने पिता-पुत्री के रिश्ते को भी कलंकित कर डाला है। यह मामला तब उजागर हुआ जब योजना की जांच ऑनलाइन की गई। ऑनलाइन में साफ तौर पर पुत्री के पिता के नाम की जगह पति का नाम लिखा गया है ।और तो और 12 हजार की योजना में से 11 हजार रुपए की निकासी भी कर ली गयी है। बड़ा सवाल यह है कि काग़ज़ात की जाँच प्रक्रिया के बावजूद पिता के नाम की जगह पति का नाम कैसे अंकित किया गया ? वहीं महिला समूह में जुड़ी नहीं रहने के बावजूद भी योजना का लाभ कैसे मिला? जॉब कार्ड किसने बनाया? इन सारे मामले के पीछे किसका हाथ है? कौन है इसका ज़िम्मेवार ? ये सब कई सवाल हैं जिसका जवाब सरकारी तंत्र में फैले भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारी और समाज के ठेकेदार कहे जानेवाले जन नेता शायद ही दे पाएँ!