रामगढ़ :
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने रामगढ़ के BDO को घूस लेते रंगे हाथ गिरफ़्तार किया। जानकारी के अनुसार भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, हजारीबाग के ट्रैप टीम ने BDO के ख़िलाफ़ शिकायत मिलने पर एक योजना बनाई और आरोपित BDO को रंगे हाथ घूस लेते गिरफ़्तार किया।
रामगढ के मांडू के रहनेवाले उपेन्द्र कुमार सिंह ने BDO की शिकायत भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को आवेदन देकर किया था कि। उपेन्द्र कुमार सिंह , मांडु प्रखंड अंतर्गत मंझिला चुम्बा पंचायत का मुखिया है। मुखिया उपेन्द्र कुमार सिंह ने मंझिला चुम्बा में ग्राम सभा कर पंचायत के 30 गरीब परिवार के व्यक्तियों का रोजगार हेतु मुर्गी शेड/बकरी शेड के लिए चयन किया । प्रखंड विकास पदाधिकारी के आदेशानुसार ग्राम-पंचायत के चयनित लाभूकों की संचिका उन्हें देनी थी। जब मुखिया उपेन्द्र कुमार सिंह संचिका लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारी , मांडू को देने गया तो संचिका को देखकर प्रखंड विकास पदाधिकारी ,विनय कुमार ने संचिका में अग्रतर कार्रवाई/ स्वीकृति हेतु प्रति लाभुक तीन हज़ार रुपए यानि कुल नब्बे हज़ार की माँग की। साथ ही कहा कि अभी तत्काल में कम से कम 15 योजना को पास कराएँ जिसके लिए बतौर घूस पैंतालीस हज़ार(45000) रुपए की माँग की। रुपए की माँग के साथ यह हिदायत भी दी की सभी लाभूकों से संबंधित संचिका के साथ राशि देना होगा तभी स्वीकृति प्रदान करेंगे । मुखिया उपेन्द्र कुमार सिंह BDO की इन बातों से काफ़ी परेशान हुए और BDO को सबक़ सिखाने हेतु मामले को लेकर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के पास पहुँच गए। मुखिया उपेन्द्र कुमार सिंह ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, हजारीबाग को मामले में लिखित आवेदन देकर शिकायत की ।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, हजारीबाग ने उक्त आवेदन के संबंध में सत्यापनकर्ता द्वारा विधिवत सत्यापन किया , तथा सत्यापन प्रतिवेदन में रिश्वत मांगने की बात सत्य होना पाया गया । वादी के आवेदन एवं सत्यापनकर्ता के सत्यापन प्रतिवेदन के आधार पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, हजारीबाग थाना कांड सं005/2021 पंजीकृत किया गया है।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, हजारीबाग ने एक टीम का गठन किया और एक योजना बनाई। योजना के अनुसार भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, हजारीबाग के ट्रैप टीम के द्वारा प्रखंड विकास पदाधिकारी , मांडू (विनय कुमार) को पैंतालीस हज़ार(45000) रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथ विधिवत गिरफ्तार किया गया। आरोपी विनय कुमार गढ़वा का रहने वाला है। गिरफ्तारी के पश्चात अग्रतर कार्रवाई की जा रही है।