झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा की डोरंडा स्थित केंद्रीय कार्यालय में बैठक हुई। बैठक में झारखंड आंदोलनकारियों को अपने अधिकारों के लिए चुप्पी तोड़ने का आह्वान किया गया।
झारखंड आंदोलनकारियों ने निर्णय लिया कि अपने संवैधानिक अधिकारों की रक्षा को लेकर प्रत्येक प्रखंड, जिला व प्रमंडल से राज्यपाल के नाम 16 जनवरी 2024 को ज्ञापन सौंपा जाएगा। इसके अलावा अपने क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों सांसदों एवं विधायकों को भी अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपेंगे। बैठक में 10 जनवरी को सिल्ली में झारखंड आंदोलनकारियों का मिलन समारोह व 12 जनवरी को जमशेदपुर कोर कमेटी के आंदोलनकारियों की बैठक व 21 जनवरी को गुमला जारी में बेहतर झारखंड एवं भ्रष्टाचार मुक्त झारखंड बनाने को लेकर उलगुलान सभा का आयोजन किया जाएगा ।
बैठक को संबोधित करते हुए झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के संस्थापक एवं प्रधान सचिव पुष्कर महतो ने कहा कि झारखंड अलग राज्य के आंदोलनकारियों को अपने अधिकारों की रक्षा के लिए आंदोलन करना है। आंदोलनकारी को अब चुप बैठना नहीं है।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए सयोजक स्टीफन किंडो ने कहा कि झारखंड आंदोलनकारी की स्थिति काफी दयनीय है। अपने संगठन को मजबूत करें और जेल जाने की बाध्यता को समाप्त करने,अपनी अलग पहचान, राजकीय मान सम्मान, रोजी रोजगार एवं बाल बच्चों के नियोजन के अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष तेज करें।
लोहरदगा जिला अध्यक्ष रामनंदन साहू ने कहा कि 24 वर्षों तक लगातार आंदोलनकारी का शोषण एवं दमन हुआ है। आंदोलनकारी अपने हक अधिकारों से वंचित रहे हैं। अब वक्त आया है कि प्रत्येक आंदोलनकारी संघर्ष करेंगे।
बैठक की अध्यक्षता स्टीफन किंडो व धन्यवाद ज्ञापन विश्वजीत प्रमाणिक व स्वागत भाषण रतन महतो ने की।
बैठक में सीताराम उरांव, सुबोध लकड़ा, दिनेश राम, जगदीश लकड़ा, सहदेव महतो, विक्टर केरकेट्टा, प्रभा मिंज,अजय मंडल, सुधीर उरांव, माझो महतो, कार्तिक महथा, महबूब अंसारी,बसंत कुजूर, कालिंद्र उरांव, इशाक टोप्पो, सुजात टोप्पो, के एन वर्मा, सिकंदर राम , विजय सिंह, बालकिशुन यादव , अनंत राम, ठाकुर महतो, चंद्रधन सिंह, महेंद्र उरांव, मनबोध महतो,बबलू कुशवाहा, अल्फ्रेड आइंद, भोला नाथ सिंह, अमित बघवार, भीखराम उरांव, शिबू कालू मैईती, रतिया इदवार, दिवाकर साहू,,पंचस उरांव,भीमसेन सांगा , बदरी प्रसाद सिंह,ध्रुवनारायण पासवान, निरंजन प्रसाद, चितरंजन महतो ,बद्री प्रसाद साहू गयासुद्दीन अंसारी गुलाब हुसैन, नलिन चंद्र कुमार,अशोक उरांव सहित अन्य काफी संख्या में आंदोलनकारी उपस्थित थे।
झारखंड आंदोलनकारी चुप्पी तोड़ें, अधिकारों के लिए लड़ें : पुष्कर महतो
16 जनवरी को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपने के साथ ही पांच फरवरी को राजभवन के समक्ष प्रदर्शन करने का निर्णय ।