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नकारात्मक विचारों से मुक्ति के लिए श्रीकृष्ण समान चक्रधारी बनना होगा – बी के राजमती

संस्था कि संचालिका बी के राजमती बहन ने कहा कि मन में शुभ विचार, श्रेष्ठ विचार और अपने श्रेष्ठ आत्म-स्वरूप का बार-बार चिंतन करना है।

राँची:

प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय कांके पिठौरिया शाखा के नव ज्योति सभागार में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव – 2022 हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। श्रीकृष्ण की चैतन्य झांकी निकाली गयी। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि के रूप में भारतीय जनता युवा मोर्चा कला एवं खेल प्रकोष्ठ के संयोजक आशुतोष द्विवेदी ने कहा कि श्रीकृष्ण का स्वदर्शन चक्रधारी स्वरूप बहुत ही आकर्षक और ज्ञानवर्धक है। इस अवसर पर संस्था कि संचालिका बी के राजमती बहन ने कहा कि आज हम चारों ओर आसुरी शक्ति अर्थात नकारात्मक विचारों से घिरे हुए हैं। उससे मुक्ति के लिए हमें भी श्रीकृष्ण समान चक्रधारी बनना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि मन में शुभ विचार, श्रेष्ठ विचार और अपने श्रेष्ठ आत्म-स्वरूप का बार-बार चिंतन करना है। जिससे हमारे मन में सकारात्मक और शक्तिशाली विचारों की ऊर्जा पैदा होती है और आसुरी शक्तियों का नाश हो जाता है। श्रीकृष्ण प्रश्नमंच का भी मनोरंजक आयोजन किया गया। जिसमें भाग लेने वाले सभी बाल कृष्ण रूप व राधिका रूप में प्रस्तुति करने वाले बच्चों को कापी, कलम पुरस्कार स्वरूप प्रदान किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से एम पी सिन्हा, महादेव पांडेय, बी के तेजनरायण, अशोक उरांव,आर एन सिंह सहित सैकड़ो की संख्या में क्षेत्र के भाई बहन उपस्थित थे।यह जानकारी अमन ने दी।

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