पेटरवार प्रखंड के चांपी गांव में कठोर साधना करते हुए 51 शिवभक्तों 30फीट ऊंचे खूटे से झुलकर भगवान शिव की आराधना करते हुए भोक्ता पर्व मनाया । साथ ही पंचायत , गांव, परिवार व समाज के खुशहाली की मंगल कामना की इस अवसर पर एक दिवसीय मेला का भी आयोजन किया गया। साथ ही छऊं नृत्य का आयोजन किया गया जिस में सभी धर्म ग्रामीणों ने एकता की मिशाल पेश करते हुए शामिल होकर मेला एवं नृत्य का आनंद उठाया । मंदिर के पुजारी बिजय पाण्डेय बताते हैं कि हम पांचवां पीढ़ी है यहां 200 बरसों से भोक्ता पर्व मनाया जा रहा है यहां गोबर की ढेर में शिवलिंग प्रकट हुआ था जिसके बाद ग्रामीणों सामुहिक प्रयास से शिवमंदिर बनाया गया ।फिर चांपी पंचायत के अगल बगल गांव के लोगों के प्रयास से भोक्ता पर्व प्रारंभ किया गया। पुजारी जी ने बताया कि भोक्ता पर्व के प्रथम दिन सोमवार को भक्तों ने निकट के तालाब में स्नान कर संजोत किया । मंगलवार को निर्जला उपवास रख शाम को स्नान कर शिव मंदिर में पूजा अर्चना की तथा रात्रि में शिव भक्तों ने दहकते अंगारों पर नंगे पांव नृत्य कर दहकती आग को बुझा दिया। वहीं बुधवार की सुबह पीठ पर लोहे की लगाकर लगभग तीस फीट ऊंचे खूटे पर परिक्रमा की। खूंटा में परिक्रमा करने के बाद शिव भक्त नीचे उतरते ही खुब झुमे और कील लगें स्थान पर माता पार्वती के सिंदूर लगाया । मान्यता है कि माता पार्वती के सिंदूर लगाते ही भक्तों का ज़ख्म भर जाता है। मौके पर नारायण प्रजापति, मुखिया श्रीमती रीता देवी,पूर्व मुखिया श्री राम हेंब्रम, दिलीप मुर्मु, सीताराम हेंब्रम, गणपत यादव, नारायण यादव आदि लोग मौजूद थे
दहकते अंगारों पर चलकर दिखाई शिवभक्ति
भोक्ता पर्व के प्रथम दिन सोमवार को भक्तों ने निकट के तालाब में स्नान कर संजोत किया । मंगलवार को निर्जला उपवास रख शाम को स्नान कर शिव मंदिर में पूजा अर्चना की तथा रात्रि में शिव भक्तों ने दहकते अंगारों पर नंगे पांव नृत्य कर दहकती आग को बुझा दिया