आज सुबह ED की टीम ने धनबाद के कोयला व्यवसायी प्रमोद सिंह के तीन- तीन ठिकानों पर एक साथ छापेमारी के साथ ही ईडी की एक दूसरी टीम बाधमारा स्थित अश्विनी शर्मा के आवास को भी खंगाल रही है. बताया जा रहा है कि अश्विनी शर्मां का तार प्रमोद सिंह के काले कारोबार से जुड़ा है. ईडी के पास इस बात का पुख्ता प्रमाण है कि प्रमोद सिंह के काले कारोबार में अश्विनी शर्मा एक बड़ा मोहरा है और कोयलानगरी धनबाद में कोयले के अवैध कारोबार में दोनों की संलिप्ता है.
प्रमोद सिंह कभी स्वास्थ्य विभाग में संविदा कर्मी के रुप में कार्यरत थें, संविदाकर्मी के रुप में काम करने के दौरान प्रमोद सिंह पर स्वास्थ्य विभाग से सात करोड़ रुपये के गबन आरोप लगा, नौकरी गयी तो कोयला कारोबार में कूद पड़ा, और देखते देखते-देखते धनबाद का चर्चित कोयला कारोबारी के रुप में सामने आया
आज सुबह से प्रमोद सिंह के ठिकानों पर हो रही है छापेमारी
आपको याद दिला दें कि आज सुबह से ईडी की एक टीम धनबाद के चर्चित कोयला कारोबारी प्रमोद सिंह से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी जारी है. बताया जा रहा है कि यह छापेमारी आय से अधिक संपत्ति के मामले में की जा रही है. प्रमोद सिंह कभी झरिया का जोड़ा पोखर स्वास्थ्य केन्द्र में संविदा कर्मी के रुप में कार्यरत था. उस पर स्वास्थ्य विभाग के खाते से सात करोड़ रुपये के गबन आरोप भी है. मामले की जांच के दौरान एसीबी ने इस बात का दावा किया था कि स्वास्थ्य विभाग में संविदाकर्मी के रुप में कार्यरत प्रमोद सिंह के पास करोड़ों की संपत्ति है. भ्रष्टाचार के इसी आरोप के बाद नौकरी चली गयी. जिसके बाद कोयला कारोबार में कूद पड़ा, और देखते-देखते धनबाद का चर्चित कोयला कारोबारी के रुप में सामने आया.
आपको बता दें कि 11 अक्टूबर 2023 को बिहार पुलिस ने भी प्रमोद सिंह को गिरफ्तार किया था, तब एक गंगा सिंह नामक ठेकेदार ने डेढ़ करोड़ का धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज करवायी थी. उसका दावा था कि 22 से 23 अप्रैल के बीच उसने प्रमोद सिंह के खाते में कोयला लेने के लिए डेढ़ करोड़ रुपया ट्रांसफर किया. लेकिन कोयला नहीं मिला. प्रमोद सिंह ने कहा था कि धनबाद में सब कुछ अवैध होता है, कोयला लेना है तो बगैर किसी लिखा-पढ़ी के ही पैसा देना होगा, धनबाद का यही दस्तूर है, लेकिन पैसा लेने के बाद कोयला देने से मुकर गया.