झारखंड के रामगढ़ में पांचवीं का छात्र पीटी करते-करते बेहोश होकर नीचे गिर गया। इसके बाद उसकी मौत हो गई। टीचर्स उसे तीन अस्पताल लेकर गए जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया।
झारखंड के रामगढ़ के राधा गोविंद सीनियर सेकेंडरी पब्लिक स्कूल में शुक्रवार की सुबह पीटी के दौरान 12 वर्षीय छात्र आर्यन कुमार अचानक बेहोश होकर गिर पड़ा और उसकी मौत हो गई। आर्यन स्कूल हॉस्टल में रहकर पांचवीं कक्षा में पढ़ रहा था। वह मांडू के बसंतपुर नीम टोला निवासी नेहरू कुमार गंझू का पुत्र था। मौत का कारण क्या है, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। इस मामले में डीईओ नीलम शर्मा ने स्कूल प्रबंधन से स्पष्टीकरण पूछा है। साथ ही डीएसई संजीत कुमार के नेतृत्व में जांच टीम भी बनाई है। यह टीम शनिवार को स्कूल जाकर जांच करेगी।
इधर, मृत छात्र के पिता नेहरू गंझू ने बताया कि उनका बेटा सेहतमंद था। अचानक गिरने से उसकी मौत समझ में नहीं आ रही है। आर्यन को 2021 में कोरोना का टीका (कोविशील्ड) लगा था और वह बिल्कुल स्वस्थ था। रामगढ़ के सिविल सर्जन डॉ. महालक्ष्मी ने बताया कि सदर अस्पताल में आर्यन के शव का पोस्टमार्टम हो चुका है। विसरा सुरक्षित रखा गया है। रिपोर्ट आने पर ही कुछ कहा जा सकता है। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद दिन में दो बजे शव परिजनों को सौंप दिया।
तीन अस्पताल ले गए शिक्षक, तब हुई मौत की पुष्टि
राधा गोविंद सीनियर सेकेंडरी पब्लिक स्कूल के छात्र आर्यन को गिरने के बाद उसे तीन अस्पताल ले जाया गया। छात्र के गिरने के बाद वार्डन और वहां मौजूद छात्रों ने छात्र को पहले झारखंड अस्पताल पहुंचाया, जहां से उसे दूसरे अस्पताल रेफर कर दिया गया।इसके बाद वे फिर रांची रोड स्थित एक निजी नर्सिंग होम पहुंचे। वहां डॉक्टर ने उसे सदर अस्पताल ले जाने को कहा। सदर अस्पताल में डॉक्टर ने छात्र को मृत घोषित कर दिया। स्कूल प्रबंधन के अनुसार, छात्रावास में रहने वाले सभी छात्रों की रोज सुबह गिनती होती है। इसके लिए छात्रों को ग्राउंड में जाना होता है। वहां वार्डन की मौजूदगी में टीचर द्वारा पीटी कराई जाती है।
छात्रावास के सभी बच्चे शुक्रवार को सुबह उठने के बाद ग्राउंड में गए। वहां गिनती के बाद पीटी कराई जाने लगी। इसी दौरान अचानक पांचवीं का छात्र 12 वर्षीय आर्यन कुमार बेहोश होकर गिर पड़ा। वार्डन समेत अन्य छात्र उसे हिलाने-डुलाने लगे। चेहरे पर पानी के छींटे मारने लगे, लेकिन उसके शरीर में कोई हरकत नहीं हुई। आनन-फानन में उसे झारखंड अस्पताल ले जाया गया। वहां आर्यन के शरीर में कोई हलचल न होती देख डॉक्टरों ने दूसरे अस्पताल में ले जाने को कहा।
स्कूल के टीचर वहां से आर्यन को होप अस्पताल ले गए। वहां भी डॉक्टरों ने जांच की, पर आर्यन के शरीर में कोई प्रतिक्रिया नहीं होती देख सदर अस्पताल ले जाने की सलाह दी। इसके बाद वहां से आर्यन को सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। इधर, स्कूल प्रबंधन की ओर से घटना की जानकारी आर्यन के पिता मांडू के बसंतपुर नीम टोला निवासी नेहरू कुमार गंझू को दी गई।