राँची:
आगामी 11 अप्रैल को झारखंड के निकम्मी और भ्रष्ट सरकार के खिलाफ सचिवालय घेराव कार्यक्रम में रांची महानगर के अंतर्गत सभी 17 मंडलों में बैठक आयोजित की गई। रांची के सांसद संजय सेठ लगातार दो दिनों से सभी मंडलों में बैठक कर कार्यकर्ताओं से घेराव कार्यक्रम में शामिल होने का आह्वान किया। सांसद सेठ ने कहा कि रांची महानगर से सचिवालय घेराव कार्यक्रम में 25हज़ार कार्यकर्ता भाग लेंगे। सांसद सेठ ने बैठक में कहा की 3 सालों से हेमंत सोरेन की सरकार झारखंड में चल रही है। यहां की जनता विगत 3 सालों से त्रस्त है। जन सरोकार से सरकार का कोई लेना देना नहीं है, सिर्फ तुष्टीकरण की राजनीति हो रही है। इन 3 सालों में सिर्फ खनिज संपदा की लूट मची है ।मुख्यमंत्री से लेकर उनके सहयोगी पार्टियां खनिज संपदा को लूटने में लगे हैं। जब-जब हेमंत सोरेन की सरकार आती है बालू की लूट शुरू हो जाती है।
आज राज्य में भय का माहौल व्याप्त है। रोजाना हत्याएं हो रही है, व्यापारी सुरक्षित नहीं है, लूट की घटनाएं हो रही है। रघुवर दास के समय उग्रवादी बिल में घुस गए थे। अब फिर से झारखंड में उग्रवादी सक्रिय हो गए हैं। महिलाओं पर अत्याचार बढा है। देश में सबसे ज्यादा महिला उत्पीड़न का मामला झारखंड में हुआ है, जो झारखंड को शर्मसार करती है। पानी बिजली की समस्या सहित नशा का कारोबार बढ़ा है। अपराधी बेलगाम है, प्रशासनिक व्यवस्था ध्वस्त है। प्रखंड कार्यालय से लेकर सचिवालय तक बिना चढ़ावे के कोई काम नहीं हो रहे हैं । किसान त्रस्त है। रघुवर दास के समय ₹5लाख प्रति एकड़ दिया जाता था, सरकार ने उसे बंद कर दिया। राज्य के युवाओं के साथ सरकार ने धोखा किया है । चुनाव के पूर्व 5 लाख प्रतिवर्ष नौकरी देने का वादा किया था, क्या हुआ? नौकरी नहीं तो बेरोजगारी भत्ता देने की बात की थी क्या हुआ? रघुवर दास के समय संविदा पर बहाल लोगों को सरकार में आते ही हेमंत सोरेन ने हटा दिया। ऐसी निकम्मी और भ्रष्टाचारी सरकार के खिलाफ लोगों में जन आक्रोश व्याप्त है। सचिवालय घेराव कार्यक्रम हेमंत सोरेन की सरकार का अंतिम कील साबित होगा। सांसद सेठ ने सभी लोगों से सचिवालय घेराव कार्यक्रम में भाग लेने की अपील की है।