Monday, September 25, 2023
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थाना प्रभारी अब मीडिया में बयान नहीं देंगे, DGP ने मीडिया संबंधित आदेश जारी किया

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झारखंड के DGP अजय कुमार सिंह ने झारखंड पुलिस के मीडिया नीति से संबंधित एक निर्देश जारी की है। निदेश में कहा गया है कि पुलिस अधिकारी और थाना प्रभारी अब मीडिया में कोई भी बयान नहीं देंगे। मीडिया से संवाद के लिए अधिकृत पुलिस प्रवक्ता की नियुक्ति की जाएगी जो ज़रूरी एवं संबंधित जानकारी मीडिया को देंगे। DGP के निर्देशानुसार सभी ज़िले में मीडिया सेल के कार्यालय खोले जाएँगे।

झारखंड के DGP अजय कुमार सिंह ने राज्य पुलिस के मीडिया नीति से संबंधित अपने आदेश में कहा है कि : 

पुलिस और मीडिया के बीच पारस्परिक सहयोग और समन्वयात्मक संबंध अति आवश्यक है। लोकतंत्र में स्वतंत्र मीडिया की एक बहुत बड़ी भूमिका है। वहीं दूसरी तरफ पुलिस द्वारा अपराध नियंत्रण व विधि व्यवस्था जैसे महत्वपूर्ण दायित्व का निर्वहन किया जाता है। पुलिस द्वारा अपराध उद्भेदन और विधि-व्यवस्था के अच्छे प्रयासों का सही प्रसारण होने पर जनता का विश्वास बढ़ता है, जो अपराध को कुछ हद तक नियंत्रण करने में सहयोगी हो सकता है। पुलिस विभाग के पास अपराध एवं विधि व्यवस्था से संबंधित अद्यतन सूचना रहती है। उसी सूचना पर पुलिस पर्याप्त सावधानी एवं संतुलन के साथ अपना कार्य करती है। पुलिस को पीड़ित या अभियुक्त के कानूनी और मूलभूत अधिकारों की रक्षा करते हुए राष्ट्रीय हित को ध्यान में रखना पड़ता है ताकि अनुसंधान बाधित ना हो या अनुसंधान पर कोई प्रतिकूल प्रभाव न पड़े। 

अधिसूचना जारी करने का मूल उद्देश्य 

जारी निर्देश के अनुसार पुलिस विभाग की नीति है कि मीडिया को सिर्फ़ उस समय तक की संबंधित सूचना उपलब्ध कराई जाए, जब तक अनुसंधान की प्रक्रिया प्रतिकूल रूप से बाधित न हो या पुलिस अभियान में बाधा न उत्पन्न हो या फिर पुलिसकर्मियों की सुरक्षा खतरे में ना हो, पीड़ित या अभियुक्त के कानूनी और मूलभूत अधिकारों का हनन न हो तथा इससे राष्ट्रीय हितों पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़े।

पुलिस के कौन अधिकारी होंगे प्रवक्ता 
  • पुलिस मुख्यालय के लिए अपर पुलिस महानिदेशक या पुलिस महानिरीक्षक रैंक के पदाधिकारी को पुलिस महानिदेशक द्वारा पुलिस प्रवक्ता नियुक्त किया जाएगा। प्राधिकृत पुलिस प्रवक्ता पुलिस से संबंधित जानकारी मीडिया को दे सकेंगे। 
  • प्रत्येक जिला के कार्यालय में एक मीडिया सेल शाखा होगी जिसके प्रभारी मुख्यालय स्थित अपर पुलिस और उपाधीक्षक होंगे। 
  • जिलों में पुलिस अधीक्षक द्वारा प्रभारी मीडिया सेल शाखा के माध्यम से संबंधित जानकारी मीडिया को दी जा सकेगी।
  • पुलिस के विभिन्न इकाई के क्षेत्रीय जिला स्तरीय पदाधिकारी और समादेष्टा अपने क्षेत्राधिकार की उपलब्धि संबंधी सूचनाएं मीडिया से साझा कर सकेंगे।
  • जोनल आईजी और डीआईजी भी पुलिस से संबंधित जानकारी मीडिया को दे सकेंगे। 
  • पुलिस के नीतिगत सभी मामलों में केवल डीजीपी या उनके निर्देश पर पुलिस प्रवक्ता ही मीडिया ब्रीफिंग करेंगे।
कहाँ, कैसे और कब कर सकेंगे मीडिया ब्रिफिंग
  • सामान्यतः मीडिया ब्रीफिंग का स्थान पुलिस कार्यालय कक्ष होगा। प्रतिदिन निर्धारित समय शाम के 4 बजे से 6 बजे के बीच होगा। जिसकी सूचना यथा-समय सभी मीडियाकर्मियों को दे दी जाएगी।
  • पुलिस से संबंधित मामलों-जैसे बड़ी आपराधिक या विधि-व्यवस्था की घटना, महत्वपूर्ण उद्भेदन गिरफ्तारी, बरामदगी या अन्य उपलब्धि पर स्वयं जिला एसपी द्वारा मीडिया से वार्ता की जाएगी।
  • जिला एसपी द्वारा सामान्यतः मीडिया सेल शाखा में घटना की परिस्थिति के अनुसार घटनास्थल, थाना अथवा अन्य कार्यालय में प्रेस से संवाद किया जा सकता है। पुलिस अधीक्षक के क्षेत्र में भ्रमण जैसी अपरिहार्य स्थिति में या उनके विवेकानुसार किसी विशेष जानकारी को लिखित प्रेस विज्ञप्ति के रूप में अधिकृत मुख्यालय प्रभारी द्वारा जारी किया जा सकेगा। 
  • एसपी और प्रभारी मीडिया सेल शाखा द्वारा वर्दी में ही मीडिया के साथ साक्षात्कार किया जाएगा। किसी अपराध के दर्ज होने के 48 घंटों के भीतर केवल इतनी ही सूचना साझा की जाएगी जो घटना के तथ्यों को प्रकट करें और आश्वस्त कर सकें कि मामले को गंभीरता से किया जा रहा है।
  • यौन हिंसा के पीड़ितों और बच्चों/किशोरों की पहचान को मीडिया के सामने खुलासा नहीं किया जाएगा। अभियुक्तों की गिरफ्तारी होने पर मीडिया को बताया जाएगा, किंतु उन्हें मीडिया के समक्ष पेश नहीं किया जाएगा।
  • किसी अपराध के संबंध में गुप्त या तकनीकी सूत्रों को मीडिया के समक्ष प्रकट नहीं किया जाएगा और न ही अनुसंधान की दिशा या तकनीकों का खुलासा किया जाएगा।
  • राष्ट्रीय सुरक्षा और आंतरिक सुरक्षा से संबंधित या अन्य प्रकार के मामलों में किसी समय चलाए जा रहे पुलिस ऑपरेशन की ताजा स्थिति साझा नहीं की जाएगी, बल्कि ऑपरेशन पूर्ण होने के बाद अपराधियों एवं बरामद वस्तुओं की तथ्यात्मक जानकारी दी जाएगी।
  • अनुसंधान के दौरान समय-समय पर आवश्यक मीडिया को केवल तथ्यों पर आधारित जानकारी दी जाएगी।
  • अनुसंधान पूर्ण होने पर आरोप पत्र के तथ्यों की जानकारी एवं न्यायिक विचारण के परिणाम की जानकारी मीडिया को दी जा सकती है।
  • पुलिस की विभिन्न इकाई सीआइडी, जैप, रेल , स्पेशल ब्रांच, एससीआरबी, एसीबी , एटीएस से मीडिया को उपलब्ध करायी जाने वाली सामग्री पुलिस प्रवक्ता को उपलब्ध करायी जाएगी। इन सामग्रियों को पुलिस प्रवक्ता प्रेस विज्ञप्ति या प्रेस कॉन्फ्रेन्स के माध्यम से मीडिया को जारी करेंगे।
  • किसी बड़े आयोजन या आकस्मिक घटना स्थल पर जहां मीडियाकर्मी उपस्थित हों, वहां वरीय पुलिस पदाधिकारी या उनके द्वारा निर्देशित पुलिस पदाधिकारी, जो कम से कम पुलिस डीएसपी रैंक के राजपत्रित पदाधिकारी होंगे उनके द्वारा ही मीडिया ब्रीफिंग का कार्य किया जाएगा।
  • यदि उक्त निर्देशों का पुलिसकर्मियों और पदाधिकारियों द्वारा उल्लंघन किया जाएगा तो इसे गंभीरतापूर्वक लेते हुए त्रुटिकर्ता के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी।

राँची के नए SSP बने चंदन कुमार सिन्हा, कहा- हर अपराध पर रहेगी नज़र

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झारखंड की राजधानी रांची के नए SSP के रूप में चन्दन कुमार सिन्हा ने पदभार ग्रहण कर लिया है, राँची के पूर्व SSP कौशल किशोर ने चंदन कुमार सिन्हा को पदभार सौंप दिया है । पदग्रहण के दौरान उन्होंने कहा कि राजधानी में महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा उनकी पहली प्राथमिकता होगी। राँची पुलिस के साथ-साथ वे स्वयं भी आम लोगों की सहायता के लिए 24 घंटे उपलब्ध रहेंगे। किसी भी राज्य के लिए राजधानी उसका हृदय होता है और हृदय में कोई गड़बड़ी नहीं हो इसके लिये 24 घंटे ज़िले में हर अपराध पर हमारी नज़र रहेगी। इतनी बड़ी जिम्मेदारी देने के लिए राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और गृह सचिव को धन्यवाद दिया।

आपको बता दें की 2011 बैच के IPS अधिकारी चंदन कुमार सिन्हा इससे पहले पलामू के SP थे। पलामू में रिष्मा रमेशन के SP बनने के बाद चंदन कुमार सिन्हा पदस्थापन के लिए प्रतीक्षारत थे। वहीं राँची के SSP किशोर कौशल को जमशेदपुर का नया SP बनाया गया है ।  रांची के ट्रैफिक SP हारिश बिन जमा को लोहरदगा का नया SP बनाया गया है। ग़ौरतलब है कि हारिश बिन जमा पर रांची में ग्रामीण SP का भी अतिरिक्त प्रभार था। वहीं रांची का सिटी SP राजकुमार मेहता को बनाया गया है। 

INDIA गठबंधन की पहली जीत, झारखंड उपचुनाव में NDA को हराया

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INDIA गठबंधन की प्रत्याशी बेवी देवी (JMM) ने अपने प्रतिद्वंदी NDA उम्मीदवार यशोदा देवी (AJSU) को बड़े अंतर से शिकस्त दिया है । इससे NDA को एक बार फिर झारखंड में बड़ा झटका लगा है।

आपको बता दें कि दिवंगत मंत्री जगरनाथ महतो का करीब दो दशक तक इस विधानसभा सीट पर वर्चस्व रहा है। अब उनके निधन के बाद यह बागडोर अब उनकी पत्नी बेबी देवी के कंधो पर आ गई है, जिसमें उन्होंने पहली परीक्षा में शानदार प्रदर्शन करते हुए डुमरी सीट पर जीत दर्ज की है। अब उनकी पत्नी बेबी देवी इस पदभार को संभालेंगी। 24वें राउंड की गिनती में इंडिया प्रत्याशी बेबी देवी को 135480 वोट मिले। वहीं NDA प्रत्याशी यशोदा देवी को 118380 वोट मिले। बेबी देवी की जीत से पार्टी के कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है। वोटों की गिनती आज सुबह 8 बजे से शुरू हुई थी। सुरक्षा के मद्देनजर मतगणना स्थल पर धारा 144 लागू है।

I.N.D.I.A. और NDA के बीच प्रतिष्ठा की बनी डुमरी विधानसभा सीट के उपचुनाव में I.N.D.I.A. से झामुमो की उम्मीदवार बेबी देवी ने बाजी मार ली है। NDA  से आजसू की उम्मीदवार यशोदा देवी को उन्होंने 17,100 मतों से पराजित किया है। 2019 में भी झारखंड मुक्ति मोर्चा ने यहां से जीत दर्ज की थी। झामुमो की बेबी देवी को कुल 1,35,480 मत मिले जबकि आजसू की यशोदा देवी ने उन्हें काफी अच्छी टक्कर देते हुए 1,18,380 मत हासिल किये। बता दें, डुमरी विधानसभा में 2019 में झामुमो को कुल 37.38 प्रतिशत वोट मिले थे। 2019 में झारखंड मुक्ति मोर्चा से जगरनाथ महतो ने आजसू पार्टी की यशोदा देवी को 34288 वोटों के मार्जिन से हराया था। देश के छह राज्यों की 7 विधानसभा सीटों पर उप चुनाव हुए, उसमें झारखंड में ही I.N.D.I.A. पूरी तरह से एकजुट दिखा। यहां झामुमो, कांग्रेस, राजद, जदयू, के वोट तो मिले ही, AIMIM के मुस्लिम वोट भी लगभग पूरी तरह से I.N.D.I.A. कैंडिडेट को मिले हैं।

अगर 2019 में डुमरी विधानसभा चुनाव से इस बार के चुनाव की तुलना करें तो वोट पिछली बार की तरह ही पड़े हैं, अंतर यह रहा कि पिछले बार AIMIM उम्मीदवार 24 हजार से अधिक वोट पड़े थे, जो इस बार I.N.D.I.A. के पाले में चले गये। 2019 में झामुमो प्रत्याशी जगरनाथ महतो को कुल 71,128 वोट मिले थे। जबकि आजसू प्रत्याशी को 36840 वोट मिले थे। चूंकि पिछली बार भाजपा अकेले चुनाव लड़ी थी, उसके प्रत्याशी प्रदीप कुमार साहु को 36013 वोट मिले। AIMIM प्रत्याशी अब्दुल मोमिन रिजवी को 24132 वोट मिले थे। लेकिन इस बार 20 हजार से अधिक वोट उनके पाले के झामुमो प्रत्याशी के पास चले गये। पिछली बार जदयू ने भी 5000 से अधिक वोट लाये थे, ये वोट भी I.N.D.I.A. प्रत्याशी को मिले।

शर्मनाक: ममेरे भाई पर नाबालिग से दुष्कर्म और हत्या का आरोप

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राजधानी रांची के लापुंग में एक नाबालिग की दुष्कर्म के बाद हत्या करने का मामला सामने आया है । हालाँकि मामले की जाँच अभी जारी है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ़्तार कर लिया है। जानकारी के अनुसार पीड़िता नाबालिग आठवीं कक्षा की छात्रा थी। पीड़िता की मां ने लापुंग थाने में आरोपी के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज करवायी थी। दर्ज प्राथमिकी के अनुसार आरोपी रिश्ते में उसका ममेरा भाई है । वहीं पीड़िता खूंटी की रहनेवाली थी। पीड़िता का ममेरा भाई रांची के लापुंग का रहनेवाला है। मामले की प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस ने संदेही गुनहगार को अपनी कस्टडी में ले लिया है।

घटना के बारे में जानकारी देते हुए पीड़िता की मां ने बताया कि बीते 5 सितंबर को उसके भाई का बेटा उसके घर खूँटी आया था । वहां से हमारी बेटी जो रिश्ते में उसकी बहन लगती है, को जबरन अपने घर मेहमानी के लिए रांची के लापुंग स्थित अपने घर ले गया था । इसके बाद भांजा जख्मी हालत में वापस गांव पहुंचा। वहाँ परिजनों के द्वारा पूछे जाने पर उसने बताया कि कुछ लोगों ने उसपर हमला कर दिया था। उस हमले में उसकी बहन भी घायल हो गई थी जिसे वह अस्पताल में भर्ती करा दिया है। बेटी की ज़ख़्मी हालत के बारे में जब उसकी मां को सूचना मिली तो वह तुरंत अस्पताल पहुंची। जहां उसने अपनी बेटी को मृत पाया। खबर पाकर लापुंग थानेदार सुकुमार हेंब्रम मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया। पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही जांच की दिशा तय की जायेगी। घटना के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

सरला बिरला पब्लिक स्कूल में भगवान कृष्ण का जीवन दर्शन

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सरला बिरला पब्लिक स्कूल में जन्माष्टमी महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर एक विशेष सभा का आयोजन किया गया। मौक़े पर छात्रों ने बांसुरी बनाना, मटका बनाना और भगवान कृष्ण की मुकुट सजावट जैसी कई मनोरंजक गतिविधियों में भाग लिया। बच्चों ने मिट्टी के बर्तनों और बांसुरी को सुंदर सितारों, रिबन और मोर पंखों से सजाकर अपनी रचनात्मकता और प्रतिभा का परिचय दिया । बच्चों ने कृष्ण और राधा बनकर डांडिया नृत्य का प्रदर्शन किया। स्कूल परिसर में कृष्ण के जीवन की घटनाओं को दर्शाते हुए एक सुंदर नृत्य का प्रदर्शन किया गया तथा गलियारे को भगवान कृष्ण के जीवन से जुड़े दृश्यों से सजाया गया।

विद्यालय के कार्मिक एवं प्रशासनिक प्रमुख डॉ. प्रदीप वर्मा ने सभी को जन्माष्टमी के पावन अवसर पर शुभकामनाएं दीं और छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों की सक्रिय भागीदारी और रंगारंग नृत्य प्रस्तुति की सराहना की।
प्राचार्या श्रीमती परमजीत कौर ने सभी को इस शुभ अवसर पर शुभकामनाएं दीं और कहा कि इस कृष्ण जन्माष्टमी पर हमें अपने अंदर के कंस को खत्म करने तथा धर्म की पुनर्स्थापना करने का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने छात्रों को यह भी याद दिलाया कि जन्माष्टमी केवल भगवान विष्णु के आठवें अवतार भगवान कृष्ण के जन्म का उत्सव नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा त्योहार है जो प्रेम और कर्म का संदेश फैलाता है।

भोला मिष्टान्न भंडार अब काँके रोड के स्मार्ट बाज़ार में भी खुल गया

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अपनी मिठाइयों के स्वाद से सबको लुभाने के लिए भोला मिष्टान्न भंडार की मिठाई अब राँची शहर में अपने चौथे प्रतिष्ठान के साथ काँके रोड के रिलायंस स्मार्ट बाज़ार के प्रांगण में आ गया है। प्रतिष्ठान का उद्घाटन रिलायंस स्मार्ट बाज़ार के अधिकारियों एवं कर्मचारियों कि मौजूदगी में भोला मिष्टान्न भंडार के संचालक संजय साव ने दीप प्रज्वलित कर किया। स्मार्ट बाज़ार में उपस्थित ग्राहकों के द्वारा फ़ीता काटकर विधिवत उद्घाटन किया गया और सभी लोगों ने भोला मिष्टान्न भंडार के विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट मिठाइयों का स्वाद लिया।

आपको बता दें की भोला मिष्टान्न भंडार राँची के लिए एक विश्वसनीय नाम बन चुका है। प्रतिष्ठान के उद्घाटन के मौक़े पर इसके संचालक संजय साव ने बताया की ग्राहकों की पसंद और विश्वास का नतीजा है कि उनके पिता श्री भोला के द्वारा ज़िले के बीजूपाड़ा में एक छोटे से दुकान से शुरू किया गया यह व्यवसाय आज राँची में अपने चौथे प्रतिष्ठान के साथ कामयाबी की मुक़ाम हासिल कर रहा है।

एक साधारण परिवार से आनेवाले संजय ने बताया कि इस उपलब्धि के पीछे उनकी लगन, मेहनत और ईमानदारी शामिल है। मिठाइयों की गुणवत्ता के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा की उनके यहाँ बननेवाली सभी मिठाइयों में जो भी कच्चा सामान उपयोग किया जाता है, वे सभी वे ख़ुद तैयार करते हैं। यहाँ तक कि मिठाइयों में इस्तेमाल किया जानेवाला दूध भी उनके गौशाले से लिये जाते हैं। इसके लिए उन्होंने ख़ासकर गौशाला बनाया हुआ है जिसमें क़रीब 200 गायें पाली जाती हैं।
भोला मिष्टान्न भंडार की मिठाइयों का स्वाद यूँ ही बेहतर नहीं है। इसके पीछे संजय साव की मेहनत लगी हुई है। मिठाइयों को बनानेवाले कारीगर विशेष रूप से प्रशिक्षित एवं कुशल हैं। राजस्थान से नमकीन के कारीगर, बिहार से चाट बनानेवाले, ग्वालियर से घी के कारीगर जैसे विशेषज्ञ यहाँ काम करते हैं।
इसके अलावा क़रीब 150 लोगों को भोला मिष्टान्न भंडार रोज़गार प्रदान किए हुए है जिसमें ज़्यादातर स्थानीय शामिल हैं।
उद्घाटन के विशेष मौक़े पर स्मार्ट बाज़ार में आने वाले सभी ग्राहकों के लिए हर ख़रीद पर 50 रुपये का विशेष छूट दिया गया।

बच्चे निजी और सामाजिक जीवन में फ़र्क़ समझें और सोशल मीडिया से दूर रहें : प्राचार्या (सरला बिरला पब्लिक स्कूल,राँची)

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सरला बिरला पब्लिक स्कूल, रांची में डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के उपलक्ष्य में शिक्षक दिवस बड़े उत्साह और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर एक विशेष सभा आयोजित की गई जिसमें छात्रों ने विभिन्न गतिविधियों में भाग लेकर अपने शिक्षकों के प्रति आभार व्यक्त किया। शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में छात्रों ने अपने शिक्षकों जैसे ही कपड़े पहन कर उनका अभिनय किया। शिक्षक बने बच्चों को एक कक्षा से दूसरी कक्षा में जाते और कक्षा में शिक्षक का कार्यभार संभालते हुए देखना अत्यंत आनंददायक था। इसके अलावा शिक्षकों के मनोरंजन के लिए फिल्म भी दिखाई गई।

विद्यालय के कार्मिक एवं प्रशासनिक प्रमुख डॉ. प्रदीप वर्मा ने इस अवसर पर सभी को शुभकामनाएं दीं और कहा कि शिक्षक समाज के नायक हैं और उनके ऊपर बच्चों का चरित्र निर्माण और नैतिक मूल्य सिखाना बड़ी जिम्मेदारी है।
प्राचार्या श्रीमती परमजीत कौर ने सभी को इस विशेष दिन की शुभकामनाएं दीं और बच्चों को महात्मा गांधी, डॉ. राधाकृष्णन और नेल्सन मंडेला जैसे महानतम शिक्षकों और नेताओं से प्रेरणा लेने की बात कही ताकि उन्हें सही मार्गदर्शन मिल सके। उन्होंने आगे कहा कि उन्हें अपने निजी जीवन को अपने सामाजिक जीवन से अलग करना भी सीखना होगा और उन्हें हर चीज सोशल मीडिया पर पोस्ट नहीं करनी चाहिए। उन्होंने छात्रों को बुलिंग के खिलाफ आवाज उठाने और ऐसे कृत्यों में शामिल न होने के लिए प्रोत्साहित किया।

डुमरी उपचुनाव : कल होगा मतदान, ज़िला प्रशासन एवं निर्वाचन आयोग की तैयारी पूरी

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राजनीतिक सरगर्मी और राजनीतिक दलों की बयानबाज़ी एवं आपसी विवाद के बीच झारखंड में डुमरी विधानसभा उप चुनाव 2023 के लिए आख़िरकार 5 सितंबर यानी कल सुबह 07.00 बजे से शाम 05.00 बजे तक मतदान किया जाएगा। डुमरी विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 2,98,629 है, जिसमें पुरूष मतदाता 1,54,452 एवं महिला मतदाता 1,44,174 है।

थम गया है प्रचार-प्रसार 

निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार लोक प्रतिनिधित्तव अधिनियम 1951 की धारा 126 के तहत मतदान समाप्ति के 48 घंटे पूर्व से ही सभी प्रकार के बैनर, पोस्टर, हेडिंग, पंपलेट, कटआउट, दीवाल लेखन एवं अन्य प्रकार से किए जा रहे प्रचार-प्रसार पर पूरी तरह से प्रतिबंध है। इसके साथ ही इस अवधि में किसी तरह सभा, बैठक, नुक्कड़ नाटक, प्रिंट, मीडिया, टेलीकास्ट, ब्रॉडकास्ट एवं अन्य प्रकार के प्रचार प्रसार भी ग़ैर क़ानूनी होगा। अगर कोई इसके विरूद्ध कार्य करता हैं तो सुसंगत धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी। मतदान समाप्ति के 48 घंटे पूर्व से ही मतदान समाप्ति तक मतदाताओं को रिझाने, लुभाने एवं प्रभावित करने के लिए पार्टी विशेष द्वारा दिये जानेवाले कई तरह के प्रलोभन पर भी प्रशासन की विशेष नज़र रहेगी। इसके लिए प्रशासन ने अलग से एक कमेटी का गठन किया है।

शराब की बिक्री पर प्रतिबंध 

मतदान के 48 घंटे पूर्व दिनांक 3 सितंबर की शाम 05 बजे से मतदान समाप्ति तक बोकारो जिले में शराब की बिक्री पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है। इसकी निगरानी के लिए अलग से एक लीकर मॉनिटरिंग टीम बनी है जो इस पर नज़र रखेगी। इस बीच कोई भी विक्रेता यदि शराब बेचते पकड़ा गया तो उसके विरुद्ध विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।

सभी मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग होगी 

डुमरी विधानसभा क्षेत्र के कुल 174 मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग होगी। जिसमें नावाडीह प्रखंड के 129 एवं चंद्रपुरा प्रखंड के 45 मतदान केंद्र शामिल हैं। इसकी पूरी तैयारी कर ली गई है। रविवार को डेमो के रूप में इसकी टेस्टिंग भी की गई। जिला प्रशासन एवं निर्वाचन आयोग कंट्रोल रूम से सीधे मतदान केंद्रों की निगरानी करेगा। कुल 8 मतदान केंद्रों को आदर्श मतदान केंद्र के रूप में चिन्हित किया गया है, जिसमें नावाडीह प्रखंड में 5 एवं चंद्रपुरा प्रखंड में 3 मतदान केंद्र शामिल हैं।

सभी मतदान केंद्रों के लिए विशेष दल 

मतदाताओं को परेशानी न हो इसके लिए जिले में कुल 21 क्लस्टर बनाये गये हैं। जिसमें नावाडीह प्रखंड क्षेत्र में 17 और चंद्रपुरा प्रखंड में 4 शामिल हैं। बोकारो जिला अंतर्गत 174 मतदान केंद्रों के लिए अलग अलग मतदान दल बनाये गये हैं। इसके अतिरिक्त 10 फीसदी मतदान कर्मियों को आकस्मिक ज़रूरतों के मद्देनज़र रिजर्व रखा गया है। मतदान दलों को रूट चार्ट के साथ आज मतदान स्थल के लिए अनुमंडल कार्यालय परिसर डुमरी से रवाना किया जाएगा।

नक्सल क्षेत्र के मद्देनज़र सुरक्षा के पुख़्ता इंतज़ाम 

हालाँकि डुमरी विधानसभा क्षेत्र झारखंड के नक्सल प्रभावित इलाक़ों में जाना जाता है। इसलिए सुरक्षा के मद्देनज़र जिला प्रशासन ने शांतिपूर्ण निर्वाचन प्रक्रिया संपन्न कराने के लिए पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की है। एसपी प्रियदर्शी आलोक ने बताया कि CRPF, JAP की ईको कंपनी, होमगार्ड, जिला आर्म्स पुलिस फोर्स तथा झारखंड जगुआर फोर्स के जवान चप्पे-चप्पे पर निगरानी रखेंगे।

EVM की सुरक्षा 29 सेक्टर व 5 पदाधिकारियों के ज़िम्मे 

मतदान कार्य में इस्तेमाल किए जानेवाले ईवीएम-वीवीपैट की सुरक्षा के लिए कुल 29 सेक्टर व पुलिस पदाधिकारियों को लगाया गया है। इसके अतिरिक्त कुल 3 जोनल एवं 2 सुपर जोनल पदाधिकारी भी तैनात किए गए हैं। आवश्यकतानुसार विभिन्न मतदान केंद्रों पर माइक्रो प्रेक्षक को भी प्रतिनियुक्त किया गया है।

हज़ारीबाग़ में यात्रियों से भरी बस दुर्घटनाग्रस्त, 18 से अधिक हुए घायल

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झारखंड के हजारीबाग में बड़ा हादसा हुआ है। दरअसल पैसेंजर लेकर जमुआ (भारकट्टा) से रांची आ रही विजय रथ बस ने एक ट्रक को पीछे से टक्कर मार दी। जिसमें दर्जन भर से ज़्यादा यात्री घायल हो गए हैं।

जमुआ से रांची आ रही विजय रथ बस शनिवार को ब्रेक फेल हो जाने के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गयी। घटना हादसा बगोदर-हजारीबाग NH-522 (टाटीझरिया थाना क्षेत्र के बाँहे मोड़) पर हुआ। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विजय रथ बस जो गिरीडीह के जमुआ से राँची के लिए रवाना हुई थी, वह घटना शनिवार सुबह हज़ारीबाग़ के टाटीझरिया थाना क्षेत्र में बन्हे मोड़ के समीप एक ट्रक में पीछे से टक्कर मार दी और दुर्घटनाग्रस्त हो गई। दुर्घटनाग्रस्त विजय रथ नामक बस का नंबर JH-02 AJ-1638 है। इस हादसे में 18 से अधिक यात्रियों के घायल होने की सूचना है। इसके अलावे एक महिला समेत कई अन्य को गंभीर चोट लगी है।

हादसे के बाद घटनास्थल पर चीख-पुकार और अफरा-तफरी मच गयी। स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को विष्णुगढ़ सीएचसी में भर्ती कराया गया है । गंभीर रूप से घायल यात्रियों का हजारीबाग रेफर कर दिया गया है ।

दुर्घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस भी घटना स्थल पर पहुंच गई और ग्रामीणों के साथ मिलकर राहत कार्य में जुटी हुई है।

मुखबिरी के शक में मात्र 10 दिन में 5 ग्रामीणों को मार डाला नक्सलियों ने

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वर्तमान पुलिसिया कार्रवाई से बौखलाए नक्सली इन दिनों ग्रामीणों को अपना निशाना बना रहे हैं। झारखंड पुलिस ने नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है। यही वजह है कि नक्सली अब मासूम ग्रामीणों को अपना शिकार बना रहे हैं। नक्सलियों को शक है कि ग्रामीण मुखबिरी करते हैं और पुलिस को उनकी सूचना देते हैं। नक्सलियों ने पिछले 10 दिनों में मुखबिरी के शक में 5 लोगों को मौत के घाट उतर दिया है।

कब और कहाँ हुई हत्या :

झारखंड के चाईबासा जिले में भाकपा माओवादी ने मासूम ग्रामीणों को पुलिस की मुखबिरी के संदेह में अपना निशाना बनाना शुरू कर दिया है।

  • विगत सोमवार (28 अगस्त) की रात नक्सलियों के हथियारबंद दस्ते ने जिले के गोईलकेरा थाना क्षेत्र अंतर्गत कटम्बा गांव से एक ग्रामीण का अपहरण कर लिया था। खबर है कि मंगलवार को उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। हालांकि, अब तक अपहृत व्यक्ति का शव बरामद नहीं हुआ है।
  • बीते 22 अगस्‍त को भी गोइलकेरा थाना अंतर्गत बिला गांव के बुरुसाई टोला जाने वाले रास्ते पर एक 30 साल के युवक की पत्‍थर से कूचकर हत्‍या कर दी गई थी। पिछले 10 दिनों में नक्सलियों ने चाईबासा जिले में 5 ग्रामीणों को पुलिस की मुखबिरी के आरोप में मौत की सजा दी है। अगली सुबह जब ग्रामीणों ने मृतक के शव को देखा तो पुलिस को इसकी सूचना दी। मृतक के शरीर पर डंडे के चोट के निशान साफ थे।
  • इसके एक दिन पहले (बीते हफ्ते मंगलवार को) 21 अगस्त को नक्सली कमांडर मिसिर बेसरा के दस्ते ने टोंटो थाना क्षेत्र के रेंगड़ाहातु गांव निवासी सुपाई मुंडा की गला रेतकर हत्या कर दी थी।
  • 19 अगस्त को भी इसी थाना क्षेत्र के गितिलपी में रांदो सुरीन नाम के व्यक्ति की हत्या गला रेतकर कर दी गई थी। सुरीन की हत्या करने के बाद उसके शव को नक्सलियों ने सड़क पर फेंक दिया था। शव के पास उन्होंने पर्चे भी फेंके थे, जिसमें कहा गया था कि उसे पुलिस की मुखबिरी करने की वजह से सजा-ए-मौत दी गई है।
  • चाईबासा के गोइलकेरा थाना क्षेत्र अंतर्गत राजाबासा-लावाबेड़ा गांव में भी ऐसी ही वारदात को अंजाम दी गई थी। जहां अर्जुन सुरीन नाम के व्यक्ति की हत्या कर शव को पेड़ से लटका दिया गया था।

इसी महीने नक्सलियों के हमले और बारूदी सुरंग विस्फोट में पुलिस और सुरक्षाबलों के अब तक तीन जवान शहीद हो चुके हैं। नक्सलियों के द्वारा किए जानेवाले इस तरह की घटनाओं से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है। नक्सलियों के भय से गोईलकेरा और टोटो थाना क्षेत्र के गांवों से दर्जनों लोग अपना घर छोड़कर कहीं चले गये हैं।