देवघर:
केन्द्रीय मंत्री (स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, रसायन और उर्वरक मंत्रालय भारत सरकार) मनसुख मांडविया ने देवघर एम्स के ओपीडी सेवा एवं रैन बसेरा भवन का वर्चुअल उद्घाटन किया । इस दौरान सभी को संबोधित करते हुए बाबा बैद्यनाथ की नगरी देवघर में देश का 13वां एम्स स्वस्थ झारखंड की परिकल्पना को साकार करेगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि एक बेहतर समाज के निर्माण का माध्यम एम्स देवघर बनेगा। साथ ही उन्होंने एम्स की टीम से कहा कि वह सेवा भाव से काम कर जनता की अपेक्षा पर खरा उतरें, ताकि झारखण्ड के साथ-साथ आस पास के राज्यों के नागरिकों को भी अच्छी स्वास्थ्य सुविधा मुहैया करायी जा सके। आगे उन्होंने कहा कि झारखंड के आदिवासियों को बिरसा की धरती पर सर्वश्रेष्ठ स्वास्थ्य सुविधा एम्स से मिलेगा। अब यहां के लोगों को बाहर नहीं जाना होगा। आज उद्घाटन के पश्चात आयुष भवन में ही ओपीडी सेवा शुरू होगी। पूर्वी भारत का यह पहला एम्स है जहां रैन बसेरा बनाया गया है। इसमें मरीज के स्वजन के विश्राम की व्यवस्था होगी। अभी रैन बसेरा का उपयोग पठन-पाठन के लिए होगा। ओपीडी भवन बन जाने के बाद रैन बसेरा अपने मूल स्वरूप में आ जाएगा।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के प्रतिनिधि के रूप में मंत्री अल्पसंख्यक, कल्याण, पर्यटन, कला, संस्कृति एवं युवा कार्य, निबंधन विभाग झारखण्ड सरकार हफीजूल हसन अंसारी द्वारा सभी को संबोधित करते हुए कहा कि बाबा बैद्यनाथ की नगरी व बिरसा मुण्डा की धरती पर एम्स की शुरूआत की गयी है। स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के उदेश्य से झारखण्ड सरकार लगातार कार्य कर रही है। ऐसे में केन्द्र सरकार व राज्य सरकार एम्स निर्माण कार्य के लिए पूर्णरूप से प्रतिबद्ध है। आज एम्स के शुभारंभ के साथ पूरे झारखण्ड व आस-पास के राज्यों के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान की जायेगी।
उन्होंने कहा कि जैसा कि हम सभी जानते हैं कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ आत्मा का निवास होता है। ऐसे में जरूरत मंद लोगों के न केवल स्वास्थ्य का ख्याल रखा जायेगा। साथ हीं रोजगार श्रृजन के लिए भी बेहतर अवसर उपलब्ध कराया है। हम सब को ज्ञात हो कि एम्स भारत का सबसे बेहतरीन चिकित्सा संस्थान है और करोड़ो भारतीयों एवं विदेश के लोगों को जीवनदान देने में अग्रणी है। झारखण्ड जैसे संसाधन सम्पन्न परंतु गरीब राज्य में एम्स की स्थापना कर उसे चालू करने के लिए भारत सरकार का धन्यवाद। इस दिशा में राज्य ने एम्स के लिए 237 एकड़ जमीन उपलब्ध कराकर केन्द्र सरकार व राज्य सरकार के संबंध को मजबूत किया है। साथ हीं राज्य सरकार का जमीन, पानी, बिजली, रोड एवं आवश्यक सभी तरह की सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर कृत संकल्पित है। आज के बाद एम्स देवघर के ओपीडी में 11 विभाग चालू किये गये हैं, जिसमें मेडिसीन, सर्जरी, आंख, कान, नाक, गला रोग, मनोचिकित्सा, दांत रोग जैसा महत्वपूर्ण विभाग शामिल हैं। इसके साथ हीं मेरा यह सुझाव रहेगा कि तृतीय एवं चतुर्थ वर्ग की नियुक्तियों में 75 प्रतिशत यहां के स्थानीय व्यक्ति को लाभान्वित करना सुनिश्चित किया जाय। साथ हीं जिस परिवार का जमीन अधिग्रहण हुआ है उस परिवार को प्राथमिकता के आधार पर नियुक्ति दी जाय।
मंत्री- स्वास्थ्य, चिकित्सा, शिक्षा एवं परविार कल्याण विभाग झारखण्ड सरकार बन्ना गुप्ता ने वर्चुअल रूप से सभी को संबोधित करते हुए कहा कि एम्स की सौगात पूरे झारखण्ड वासियों के लिए हर्ष की बात है। समृद्ध झारखण्ड व स्वस्थ्य झारखण्ड की परिकल्पना को साकार करने के उदेश्य इस दिशा में लगातार कार्य किया जा रहा है।
एम्स ओपीडी व रैन बसेरा की सुविधा से झारखण्ड के नागरिकों के साथ-साथ हमारे पड़ोसी राज्य के लोगों को भी इसकी सुविधा मिलेगी। वहीं एम्स की ओपीडी में जेनरल मेडिसिन, जेनरल सर्जरी, गायनेकोलॉजी एंड, ऑब्सटेट्रिक्स पीडियाट्रिक्स, ईएनटी, ऑप्थल्मोलॉजी, डेंटल, आथर्ॉपेडिक्स, डर्मेटोलॉजी, साइकिएट्री, पल्मोनोलॉजी, सर्जिकल, ऑन्कोलोजी के डॉक्टर ओपीडी में परामर्श देंगे। ओपीडी में कुल 12 मेडिकल डिपार्टमेंट अलग-अलग बनाये गये हैं। आगे उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के संभावित तीसरी लहर के रोकथाम व बचाव में देवघर एम्स काफी कारगार और महत्वपूर्ण होगा। वर्तमान में देवघर में एम्स बन जाने से यहां के आसपास के लोगों को भी बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मिल सकेगा। अभी तक गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए झारखंड व इसके आसपास के लोगों को बाहर जाना पड़ता था। देवघर में एम्स बनने से लोगों को यहां अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकेंगी। राज्य सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है कि एम्स निर्माण कार्य में हर सहयोग करते हुए इसे जल्द पूरा किया जा सके। साथ ही भारत सरकार एम्स देवघर की टीम व जिला प्रशासन देवघर को धन्यवाद जिन्होंने इस कार्य में बखूबी राज्य सरकार का सहयोग किया।
■ मरीजों को रियायत दर पर मिलेंगी दवाइयां….
मरीजों को भारत सरकार द्वारा अमृत फार्मेसी के माध्यम से रियायत दर पर दवाइयां भी ओपीडी परिसर में मिलेंगी। अमृत फार्मेसी के साथ एम्स प्रबंधन का एमओयू भी कर लिया गया है। अमृत फार्मेसी के स्टोर सेंटर का स्थल चयन कर तैयारी पूरी कर ली गयी है। ओपीडी में कुल 40 कमरे हैं। मरीजों के बैठने के लिए वेटिंग हॉल में शौचालय व सेंट्रलाइज्ड एसी लगे हैं। वेटिंग हॉल में एक साथ 80 रोगियों के बैठने की क्षमता है। परिसर में मरीज के परिजनों के भी बैठने की सुविधा के अलावा पार्किंग की सुविधा उपलब्ध है।
■ बुधवार से ओपीडी में चिकित्सीय परामर्श शुरू हो जाएगा….
वर्तमान में कोविड के कारण अभी प्रतिदिन केवल 200 मरीजों का निबंधन होगा। निबंधन का समय सुबह 8.30 से 10.30 केवल दो घंटा का होगा। निबंधन शुल्क 30 रुपया है। जिसमें मरीज एक साल तक परामर्श ले सकते हैं। निबंधित सभी दो सौ मरीजों को चिकित्सीय परामर्श दिया जाएगा। मरीजों के लिए जांच की सुविधा और सस्ते दर पर अमृत फार्मेसी से दवा भी मिलने लगेगी।
इस दौरान मौके पर डॉ0 भारती प्रवीण पवार, केन्द्रीय राज्य मंत्री -स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार, मंत्री -अल्पसंख्यक, कल्याण, पर्यटन, कला, संस्कृति एवं युवा कार्य, निबंधन विभाग झारखण्ड सरकार हफीजूल हसन अंसारी, मंत्री- स्वास्थ्य, चिकित्सा, शिक्षा एवं परविार कल्याण विभाग झारखण्ड सरकार बन्ना गुप्ता, सांसद, गोड्डा लोकसभा डॉ0 निशिकांत दूबे, सांसद, धनबाद लोकसभा पशुपति नाथ सिंह, सांसद राज्यसभा समीर उरांव, विधायक नारायण दास, उपायुक्त, देवघर मंजूनाथ भजंत्री, पुलिस अधीक्षक धनंजय कुमार सिंह, अध्यक्ष एम्स, देवघर डॉ0 एन के अरोड़ा व कार्यकारी निदेशक व सीईओ, एम्स देवघर डॉ0 सौरभ वार्ष्णेय के साथ-साथ संबंधित विभाग के वरीय अधिकारी एम्स के चिकित्सक, छात्र व जनप्रतिनिधि आदि उपस्थित थे।